अमेरिका के खिलाफ शुरू हुए साइबर हमलों का दौर थमा नहीं है, अमेरिका की सरकारी एजेंसियों, खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों को निशाना बनाने वाले इन साइबर हमलों का सिलसिला कई दिन बाद भी जारी है अमेरिकी ख़ुफ़िया ब्यूरो और पुलिस के अनुसार यह हमले बहुत आधुनिक एवं जटिलताओं से किये जा रहे हैं और यह व्यापक स्तर पर जारी हैं इस लिए अभी इन से होने वाले नुकसान का सही आँकलन नहीं किया जा सकता लेकिन इतना तय है कि देश को बहुत ज़बरदस्त नुकसान हुआ है।
नेशनल इंटेलिजेंस एंड साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंसी के निदेशक तथा एफबीआई ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा है कि इन हमलों से निपटने के लिए हमने एक संयुक्त टीम का गठन किया है।
पेंटागन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी एक ग़ैर आधिकारिक बयान में कहा कि देश भर में मौजूद सैन्य संस्थान भी इन हमलों का निशाना बना सकते हैं इसलिए हमे अपनी सुरक्षा के लिए नई रणनीतियों की ज़रूरत है।
वहीँ अमेरिकी मीडिया का कहना है कि अमेरिका की राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा एजेंसी भी हैकर्स के हमलों से सुरक्षित नहीं रह सकी है। अमेरिकी मीडिया में इन हमलों के पीछे रूस को बताया जा रहा है। याद रहे कि हाल ही में ईरान के सुप्रीम लीडर ने ईरान के सेना नायक जनरल क़ासिम सुलैमानी की वर्षगांठ का आयोजन करने वाली समिति के और सुलैमानी के परिजनों से बात करते हुए अमेरिका को तकनीकी क्षेत्र में पछाड़ कर अमेरिकी साम्राज्यवाद को नतमस्तक करने की बात कही थी।