अमेरिका चीन के सैन्य अधिकारियों से बात करने में विफल, चीन और अमेरिका विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं कहा जा रहा है कि चीन जल्द ही अमेरिका को हटाकर विश्व की सबसे बड़ी सुपर पावर होगा। ताइवान, हांगकांग और दक्षिण चीन सागर जैसे मुद्दों पर दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं चीन-अमेरिका के संबंध कुछ समय से बेहद तनावपूर्ण हैं।
यू एस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री लॉयड ऑस्टिन बार-बार कोशिशों के बावजूद भी वरिष्ठ चीनी सैन्य अधिकारियों से बात करने में विफल रहे हैं।
लंदन स्थित फाइनेंशियल टाइम्स ने रिपोर्ट देते हुए कहा है कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बार-बार केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष और चीन के शीर्ष राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य जनरल जू कियांगयांग से बात करने के लिए कहा है, लेकिन चीन ने अब तक उनसे बात करने से इनकार किया है।
फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार जो बाइडन के पदभार संभालने के बाद से ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ, जनरल मार्क मिली ने अपने चीनी समकक्ष से बात नहीं की है। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने हाल ही में अमेरिका-चीन संबंधों को “शत्रुतापूर्ण” बताया था।
दोनों देशों के बीच तनाव के बावजूद, अमेरिकी सैन्य अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने तनाव कम करने या किसी भी संभावित टकराव से बचने के लिए हमेशा अपने चीनी समकक्षों तक पहुंचने की कोशिश की है। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने रॉयटर्स से बात करते हुए दोनों देशों के संबंध पर कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि चीन अमेरिकी सैन्य संबंध तनावपूर्ण हैं।