फ़िनलैंड स्वीडन के अरमानों पर तुर्की ने पानी फेरा, कीव में भारतीय दूतावास खुला
कीव में रूसी सेना के अभियान के धीमे होते ही कई देशों के दूतावास एक बार फिर कीव में अपना काम काज शुरू कर सकते हैं। भारतीय दूतावास एक बार फिर कीव में काम काज शुरू कर रहा है।
वहीँ नाटो में शामिल होने के फ़िनलैंड और स्वीडन के अरमानों पर तुर्की पानी फेरता हुआ नज़र आ रहा है। तुर्की ने नाटो में स्वीडन और फिनलैंड की मेंबरशिप पर रोड़ा अटका दिया है। तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोगन का कहना है कि अगर स्वीडन और फिनलैंड तुर्की पर प्रतिबंध लगाते हैं तो वह नाटो में उनकी एंट्री को मंजूरी नहीं देंगे।
स्वीडन को आतंकवादी संगठनों के लिए एक सुरक्षित घोंसला बताते हुए अंकारा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अर्दोग़ान ने कहा कि स्वीडिश और फिनिश डिप्लोमैट्स को हमें मनाने के लिए तुर्की आने की जहमत नहीं उठानी चाहिए।
बता दें कि स्वीडन ने अपनी 200 साल पुरानी गुटनिरपेक्षता की नीति को छोड़ने की घोषणा करते हुए सोमवार को औपचारिक रूप से नाटो सदस्यता लेने का ऐलान किया था। प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने स्टॉकहोम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यूक्रेन पर रूसी हमले ने यूरोप में सुरक्षा चिंताओं को बदल कर रख दिया है।
वहीँ फिनलैंड और स्वीडन के नाटो में शामिल होने पर रूस ने कहा कि हमे इस से कोई खास दिक्कत नहीं है। पुतिन ने कहा था कि नाटो विस्तार से रूस के लिए कोई सीधा खतरा नहीं है। लेकिन उन्हें चेतावनी देते हुए यह ज़रूर कहा कि अगर इस इलाके में मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट किया जाता है तो इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।