अमेरिकी सैन्य प्रमुख की चीनी सेना प्रमुख को फोन कॉल का रहस्य खुला अमेरिकी चुनाव में अपने संभावित हार से विचलित ट्रंप अपनी जीत के लिए चीन के खिलाफ युद्ध का आदेश दे सकते थे।
अमेरिकी सैन्य प्रमुख ने इसी के तहत चीन की लिबरेशन आर्मी के जनरल को सीक्रेट फोन कॉल की थी।
अमेरिकी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को डर था कि अपनी संभावित हार को लेकर बौखलाए ट्रंप चीन के खिलाफ युद्ध का बिगुल बजा सकते हैं। ट्रंप के कार्यकाल में चीन और अमेरिका के रिश्ते सबसे तनावपूर्ण दौर में पहुंच गए थे।
अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को यह डर सता रहा था कि अमेरिकी चुनाव में अपनी संभावित हार को देखते हुए ट्रंप चीन के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा न कर दें। ट्रम्प की ओर से युद्ध छेड़ने के डर से भयभीत अमेरिकी सेना के प्रमुख ने अपने चीनी समकक्ष को दो बार सीक्रेट कॉल की थी।
वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी नई रिपोर्ट में इस रहस्य से पर्दा उठाते हुए कहा कि ट्रंप कार्यकाल में अमेरिका और चीन के संबंध सबसे खराब दौर में पहुंच गए थे। दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर छिड़ गया था।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल मार्क मिली ने पीपल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल ली झुओचेंग को 30 अक्टूबर और फिर 8 जनवरी को फोन कॉल की थी।
अमेरिकी सैन्य प्रमुख ने अमेरिकी चुनाव से 4 दिन पहले चीनी जनरल को कॉल की फिर जब ट्रंप समर्थकों ने यूएस कैपिटल पर हमला किया तब भी उन्होंने चीनी जनरल को फोन कॉल की।
इस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी जनरल ने चीन को आश्वस्त किया था कि अमेरिका स्थिर है और चीन पर किसी तरह का हमला नहीं होने जा रहा है अगर ऐसी कोई संभावना हुई तो वह अपने समकक्ष को समय रहते हैं अलर्ट कर देंगे।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे मनगंढत कहानी बताते हुए कहा है कि अगर यह कहानी सच है तो जनरल मिली पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने कभी चीन पर हमला करने के बारे में नहीं सोचा।