रूस-यूक्रेन संकट, क्रीमिया से रूसी सेना की वापसी शुरू
यूक्रेन संकट को लेकर एक बार फिर दुनिया पर जंग के बादल मंडला रहे हैं।
रूस -यूक्रेन विवाद के बीच मास्को की एक बड़ी घोषणा से शांति की उम्मीद जगी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस ने क्रीमिया में अपने सैन्य अभ्यास को समाप्त करने की घोषणा की है। कहा जा रहा है कि मास्को की इस घोषणा के साथ ही क्रीमिया से रूसी सैनिकों ने अपने बैरकों की ओर लौटना शुरू कर दिया है। हालांकि रूस रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि वह यूक्रेन सीमा से अपने कुछ सैनिकों को वापस बुला रहा है।
रूसी सेना ने अपने सैन्य बेस की ओर लौटना शुरू कर दिया है लेकिन यूक्रेन को अभी रूस के इन दावों पर यकीन नहीं हो रहा है। रूस की सॉउथर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट यूनिट्स के सामरिक अभ्यास के पूरा होने की घोषणा करते हुए रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अब वह अपने स्थाई तैनाती पॉइंट पर पलट रहे हैं। सरकारी टीवी से कुछ तस्वीरें प्रकाशित की गई है जिसमें रूसी सैनिकों को रूस के अधीनस्थ क्षेत्र को मुख्य भूमि से जोड़ने वाले पुल से गुजरते हुए देखा जा सकता है।
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि थल सेना के वाहन, तोपखाने और टैंक रेल के माध्यम से क्रीमिया से ले जाए जा रहे हैं। रूस ने 1 दिन पहले ही घोषणा की थी कि वह पड़ोसी देश यूक्रेन की सीमा पर तैनात कुछ सैनिकों को वापस बुला रहा है।
याद रहे कि यूक्रेनरूस तनाव पर अमेरिका और पश्चिमी जगत लगातार रूस के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं। अमेरिका और पश्चिमी देश कहते रहे हैं कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी अपने भाषण में कहा था कि अभी इस बात की आशंका है कि रूस यूक्रेन पर हमला बोल देगा। अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो अमेरिका निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार है।
रूस अमेरिका और पश्चिमी जगत की बातों को नकारता रहा है और कहता रहा है कि उसका यूक्रेन पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मास्को से युद्ध न छेड़ने का अनुरोध करते हुए कहा था “जो भी होता है अमेरिका उसके लिए तैयार है। हम यूरोप में स्थिरता और सुरक्षा में सुधार लाने के लिए अपने सहयोगी देशों और रूस के साथ कूटनीतिक तरीके से बातचीत करने के लिए तैयार हैं।
बाइडन ने यूक्रेन सीमा पर रूसी सेना के जमावड़े की बात करते हुए कहा था कि सीमा पर अभी रूस के 150000 सैनिक तैनात हैं। रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो यूक्रेन को भारी मानवीय हानि का सामना करना पड़ेगा जबकि सामरिक रूप से रूस को भी बहुत अधिक नुकसान उठाना होगा।