पेंडोरा पेपर्स ने मचाया हंगामा, पुतिन, इमरान खान समेत कई नाम चर्चा में पनामा लीक्स के बाद अब पेंडोरा पेपर्स में दुनिया भर में तहलका मचा दिया है।
पेंडोरा पेपर्स में दुनिया भर की 14 कंपनियों से मिली लगभग एक करोड़ 20 लाख फाइलों की समीक्षा करने के बाद जो खुलासा किया है उस रिपोर्ट को पेंडोरा पेपर्स नाम दिया गया है।
इस रिपोर्ट को दुनियाभर के 117 देशों के 150 मीडिया संस्थानों के 600 पत्रकारों की मदद से तैयार किया गया है। इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स द्वारा जारी रिपोर्ट में विश्व के सैकड़ों नेताओं, अरबपतियों, धार्मिक नेताओं ,नशीले पदार्थ के कारोबार में शामिल लोगों एवं अरबपतियों की उस प्रॉपर्टी एवं निवेश का खुलासा किया गया है जो पिछले 25 वर्षों से समुद्र तट पर बनी विशेष संपत्तियों , शिप , नौकाओं ,हवेलियों एवं अन्य रूप से छुपा कर रखी गई थी।
पेंडोरा पेपर्स ने दुनियाभर के प्रभावशाली एवं भ्रष्ट लोगों के छुपाकर रखे गए धन को उजागर किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया भर के प्रभावशाली लोगों ने किस प्रकार हजारों अरब डॉलर की अवैध संपत्ति को छुपाने के लिए नए-नए जतन किए हैं जिसमें विदेशों में गुप्त खाते भी शामिल हैं। इन लोगों में पूर्व नेता एवं अधिकारियों समेत वर्तमान नेता भी शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार गुप्त खाता रखने वाले लाभार्थियों के रूप में 330 से अधिक वर्तमान एवं पूर्व नेताओं में जॉर्डन के शाह अब्दुल्लाह द्वितीय , ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री आंद्रेस , इक्वाडोर के राष्ट्रपति गुइलेर्मो, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान , केन्या के राष्ट्रपति केन्याटा एवं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल है।
वहीँ इस रिपोर्ट में जिन अरबपतियों के नाम सामने आए हैं उनमें तुर्की के कारोबारी अरमान सॉफ्टवेयर निर्माता रेनॉल्ड्स एंड रेनॉल्ड्स के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी रॉबर्ट टी. ब्रोकमैन शामिल है।
अधिकतर अकाउंट्स का इस्तेमाल टैक्स चोरी करने एवं अपनी संपत्ति को छुपाने के लिए किया गया है। याद रहे कि 2016 में पनामा पेपर्स जारी किए गए थे जिन का संकलन भी इसी समूह ने किया था। वर्तमान में इस समूह ने पेंडोरा पेपर्स जारी करते हुए नवीनतम खुलासे विस्तार के साथ किए हैं।
इस रिपोर्ट में 1970 के दशक के दस्तावेज भी शामिल हैं लेकिन अधिकतर दस्तावेज 1996 से लेकर 2020 के बीच के हैं।
इस दस्तावेज से दुनिया भर के कई नेताओं के घिनौने चेहरे से पर्दा उठा है। उदाहरण के तौर पर जॉर्डन के शाह अब्दुल्लाह द्वितीय के सलाहकारों ने 1995 से लेकर 2017 तक कम से कम तीन दर्जन मुखौटा कंपनियां बनाने में उनकी मदद की और इन कंपनियों की सहायता से जॉर्डननरेश ने अमेरिका और ब्रिटेन में 10 करोड़ 60 लाख डॉलर से अधिक कीमत के 14 घर खरीदें। हालांकि अभी तक जॉर्डन के शाही परिवार की ओर से इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं आई।
बात करें ब्रिटेन के पूर्व मुख्य प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की तो उसने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में एक कंपनी खरीद कर 2017 में विक्टोरिया में 88 लाख डॉलर की एक इमारत खरीदी। आजकल इस ईमारत में ब्लेयर की पत्नी चेरी ब्लेयर की कंपनी है। दोनों ने यह कंपनी बहरैन के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री के परिवार से खरीदी थी।
इस रिपोर्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी लोगों के नाम भी शामिल है हालांकि खुद इमरान खान पर कोई गलत काम करने का आरोप नहीं है लेकिन पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत फैयाज अहमद तरीन जैसे कई निकट सहयोगियों पर अरबों डालर छुपाने का आरोप है। व्लादीमीर पुतिन के खास सहयोगी एवं टीवी स्टेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।