यूक्रेन पर विश्व शांति के लिए परमाणु हमला ज़रूरी

यूक्रेन पर विश्व शांति के लिए परमाणु हमला ज़रूरी

 रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 70 दिन पूरे हो गए हैं । नाटो एवं अमेरिका तथा पश्चिमी देशों के भरपूर समर्थन से यूक्रेन अभी भी रूस के आगे टिका हुआ है। ऐसे में रूस के पास यूक्रेन पर परमाणु हमला करने का विकल्प खुला हुआ है।

रूस टीवी के एक प्रमुख रिपोर्टर ने कहा है कि व्लादिमीर पुतिन के पास यूक्रेन पर परमाणु हमले के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा ऐसे में अमेरिका समेत नाटो को युक्त से दूर रखने के लिए उन्होंने यूक्रेन पर परमाणु हमले की वकालत की है। एलेक्जेंडर स्लादकोव ने यूक्रेन पर परमाणु हमले की वकालत करते हुए कहा है कि दुनिया भर में शांति स्थापना के लिए यूक्रेन में भारी तबाही की जरूरत है।

यूक्रेन के लिए समाधान बताते हुए क्रेमलिन टीवी के लिए काम करने वाले एलेक्ज़ेंडर ने कहा कि वैसे तो हमारे पास कई उपाय हैं लेकिन सबसे सटीक उपाय यही है कि अगर 40 देश यूक्रेन की मदद करते हैं तो हमारे पास परमाणु हमले के अलावा कोई रास्ता नहीं होगा। जापान के खिलाफ अमेरिका ने विध्वंसक तरीके से परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया था। हमें भी रूसियों को 40 देशों के साथ टकराव से दूर रखने के लिए यही रास्ता अपनाना होगा। यूक्रेन में एक भारी तबाही इस बात का साफ संदेश होगा कि रूस दुनिया भर में शांति और सद्भावना वापस लाने के लिए कितना गंभीर है। हमने अमेरिका से ही सीखा है।

परमाणु हमले के बाद यूक्रेन की क्या स्थिति होगी ? इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यूक्रेन जिस दिशा में इस समय जा रहा है परमाणु हमले के बाद उसका वही हाल होगा जो उसके आज के कदमों का नतीजा होगा। अमेरिका और यूरोपीय देश यह बात नहीं समझ रहे हैं कि विशाल परमाणु क्षमता रखने वाले देश को परेशान नहीं करना चाहिए।

एलेक्जेंडर ने कहा कि सब कुछ संभव है। अमेरिका ने जापान पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया था तो 1954 में वियतनाम पर लगभग परमाणु हमले की नौबत आ ही गई थी जब फ्रांसीसी बलों को बचाने के लिए वियतनाम में परमाणु हथियार लगभग तैनात कर दिए गए थे।

इस बीच रूस ने स्पष्ट किया है कि उसकी सेनाओं ने न्यूक्लियर पावर से संपन्न मिसाइलों को चलाने का अभ्यास किया है। रूसी सेना ने ऐलान करते हुए कहा है कि यूक्रेन में रूस के सैन्य अभ्यास के बीच सेना ने कैनिनग्रेड में परमाणु हमले का अभ्यास किया है।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि बाल्टिक सागर में यूरोपिय संघ के सदस्य देशों पोलैंड और लिथुआनिया के बीच स्थित जगह पर बुधावार को हुए अभ्यास में रूस ने परमाणु क्षमता वाली इस्कंदर मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम का सिमुलेटिड (simulated) अभ्यास किया। रूसी सेनाओं ने एकल और कई निशानों पर परमाणु हथियार दागे जाने का अभ्यास किया जिसमें एयरफील्ड, प्रोटेक्टेड इंफ्रास्ट्रक्चर, सैन्य उपकरण और नकली दुश्मन की कमांड पोस्ट शामिल है।

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