किम जोंग उन का संकल्प, हमले के शक्तिशाली साधन विकसित करेगा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया द्वारा चार साल से अधिक समय में देश में पहली बार अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण के कुछ दिनों बाद नेता किम जोंग उन हमले के अधिक शक्तिशाली साधन विकसित करने का संकल्प लिया है।
केसीएनए के अनुसार ह्वासोंग -17 परीक्षण में शामिल वैज्ञानिकों और अन्य लोगों के साथ एक फोटो सत्र के दौरान किम ने किसी भी खतरे से निपटने के लिए देश की हमले की क्षमता का निर्माण करने का संकल्प व्यक्त किया।
किम जोंग उन के बयान से ऐसा लगता है कि उत्तर कोरिया अपने शस्त्रागार को आधुनिक बनाने और बाइडन प्रशासन पर दबाव बढ़ाने के लिए जल्द ही अतिरिक्त प्रक्षेपण कर सकता है या परमाणु उपकरण का परीक्षण भी कर सकता है। पिछले गुरुवार को उत्तर ने इस साल हथियारों के परीक्षण के अपने 12 वें दौर का प्रदर्शन किया। देश ने नए विकसित लंबी दूरी की ह्वासोंग -17 को लान्च किया था।
इसे लेकर विश्लेषकों का कहना है कि यूएस मुख्य भूमि में कहीं भी पहुंचने के लिए डिजाइन किया गया है। आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार ह्वासोंग -17 परीक्षण में शामिल वैज्ञानिकों और अन्य लोगों के साथ एक फोटो सत्र के दौरान किम ने खतरों से निपटने के लिए देश की हमले की क्षमता का निर्माण करने का संकल्प व्यक्त किया।
उत्तर कोरिया को आर्थिक और राजनीतिक लाभ के बदले में परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए मनाने के उद्देश्य से अमेरिका के नेतृत्व वाली कूटनीति 2019 के बाद से काफी हद तक रुकी हुई है। बाइडन प्रशासन ने प्योंगयांग से बिना किसी शर्त के वार्ता पर लौटने का आग्रह किया है लेकिन प्योंगयांग ने जवाब दिया है कि वाशिंगटन को पहले अपनी शत्रुता को छोड़ देना चाहिए। अपने हथियारों के शस्त्रागार का विस्तार करने के लिए कदम उठाए।