प्रवासी ओहायो राज्य में अमेरिकी पालतू जानवरों को खा रहे हैं: डोनाल्ड ट्रंप
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने प्रवासी समुदाय, विशेष रूप से हैती से आए प्रवासियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बुधवार को लैटिन मतदाताओं के एक समूह के साथ बातचीत करते हुए, ट्रंप ने कहा कि प्रवासी ओहायो राज्य में अमेरिकी पालतू जानवरों को खा रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि वह “सिर्फ वही कह रहे हैं जो रिपोर्ट किया गया है,” लेकिन उनके इस बयान को लेकर कोई आधिकारिक रिपोर्ट या पुष्टि नहीं की गई है।
सोशल मीडिया पर फैला गलत दावा
ट्रंप के इस बयान का आधार हाल के हफ्तों में सोशल मीडिया पर प्रसारित एक असत्यापित अफवाह है, जिसमें कहा गया था कि हैती से आए प्रवासी ओहायो के स्प्रिंगफील्ड में पालतू जानवरों को चुरा रहे हैं या सार्वजनिक पार्कों से जानवरों को पकड़कर खा रहे हैं। इस दावे को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई, लेकिन इस आरोप की कोई पुष्टि नहीं की जा सकी है।
स्थानीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया
ओहायो राज्य के स्थानीय अधिकारियों, जिनमें रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य भी शामिल हैं, ने इस तरह की अफवाहों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस तरह की घटनाओं का कोई सबूत नहीं है, और यह पूरी तरह से झूठी जानकारी है। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के दावों का प्रवासियों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है और यह अफवाह प्रवासी समुदाय के खिलाफ भ्रामक प्रचार का हिस्सा हो सकता है।
ट्रंप का बयान और प्रवासियों पर असर
इसके बावजूद, ट्रंप ने अपने भाषण में इस दावे को दोहराया और कहा, “मैं सिर्फ वही कह रहा हूँ जो रिपोर्ट किया गया है,” जिससे यह मुद्दा और भी गंभीर हो गया। ट्रंप ने दावा किया कि प्रवासी लोग “ऐसी चीजें खा रहे हैं जिन्हें नहीं खाया जाना चाहिए।” यह बयान प्रवासियों के प्रति नकारात्मक धारणाओं को बढ़ावा देने के रूप में देखा जा रहा है।
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने प्रवासियों के खिलाफ इस तरह का बयान दिया है। इससे पहले, 2016 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान और उसके बाद भी, उन्होंने प्रवासियों को लेकर कई विवादित टिप्पणियां की थीं। यह बयान भी उसी दिशा में एक और कदम है, जहां वह प्रवासी विरोधी भावनाओं को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।
आगामी चुनावों में प्रवासी मुद्दा
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आने के साथ, ट्रंप ने प्रवासियों के मुद्दे को एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बनाया है। उन्होंने कहा कि अगर वह 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में जीतते हैं, तो वह हैती के प्रवासियों को बड़े पैमाने पर ओहायो से निष्कासित करेंगे। यह ध्यान देने योग्य है कि अधिकांश प्रवासी, जो अमेरिका में रह रहे हैं, कानूनी रूप से आए हैं और उनका अमेरिका में रहना पूरी तरह से वैध है।
ट्रंप के इस बयान के बाद राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान उन लैटिन मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश हो सकती है जो 2024 के चुनाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। लैटिन मतदाता अमेरिकी चुनावों में एक महत्वपूर्ण वोट बैंक माने जाते हैं, और ट्रंप का प्रवासियों पर इस तरह का हमला इस समुदाय के कुछ हिस्सों में नाराजगी पैदा कर सकता है, जबकि अन्य मतदाताओं को उनकी ओर खींच सकता है।
ट्रंप के इस बयान की अमेरिका के भीतर कड़ी आलोचना हुई है। कई मानवाधिकार संगठनों और प्रवासी समर्थन समूहों ने इस बयान को गलत और असंवेदनशील बताया है। आलोचकों का कहना है कि इस तरह के बयान प्रवासी समुदाय के खिलाफ घृणा और असहिष्णुता को बढ़ावा देते हैं और यह नस्लीय विभाजन को गहरा कर सकते हैं।
ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब अमेरिका में प्रवासियों के मुद्दे को लेकर पहले से ही राजनीतिक बहस गरमाई हुई है। प्रवासी मुद्दे को लेकर डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच गहरे मतभेद हैं। जहां डेमोक्रेट्स प्रवासियों के अधिकारों और उनके योगदान की वकालत करते हैं, वहीं रिपब्लिकन प्रवासियों की संख्या को सीमित करने और आप्रवासन नियमों को सख्त करने की कोशिश करते हैं।