फ़िलिस्तीन और लेबनान में मानवीय संकट असहनीय: सऊदी
सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री इंजीनियर वलीद अल-खरीजी ने हाल ही में बार्सिलोना, स्पेन में आयोजित भूमध्यसागर के लिए यूनियन (यूफएम) के नौवें क्षेत्रीय फोरम में महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी चिंता व्यक्त की। अपने संबोधन में उन्होंने ग़ाज़ा और लेबनान में चल रही इज़रायली आक्रामकता के परिणामस्वरूप उत्पन्न गंभीर मानवीय संकट पर ध्यान आकर्षित किया। अल-खरीजी ने कहा कि यह संकट अब असहनीय स्तर पर पहुंच चुका है, और इसके कारण क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर भारी दबाव है।
उप विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि इस समय ऐसे ठोस और निर्णायक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है जो क्षेत्र में हिंसा और विनाश के चक्र को तोड़ सकें। उनका कहना था कि यह ऐसा मोड़ है जहां से दो संभावित विकल्प सामने हैं: या तो अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करते हुए दो-राष्ट्र समाधान को साकार करने के लिए ठोस कार्य किए जाएं, या फिर अनदेखा करते हुए जोखिमों और पीड़ा को और गहराने दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि दूसरा विकल्प न केवल क्षेत्रीय शांति को नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि इससे अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की विश्वसनीयता को भी गंभीर धक्का लगेगा।
उन्होंने खास तौर से फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की, जिनके जीवन और सुरक्षा पर लगातार खतरा मंडरा रहा है। अल-खरीजी ने कहा कि मासूम नागरिकों को व्यवस्थित रूप से निशाना बनाना, जबरन बेघर करना और उनके जीवन को जानबूझकर संकट में डालना मानवता के विरुद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र के मौजूदा हालात को बिगड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इन हालात पर ठोस कार्रवाई करने के लिए एकजुट होना चाहिए।
इस फोरम में सऊदी अरब ने अपने सहयोगी देशों से आग्रह किया कि वे क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए भूमध्यसागर यूनियन के साथ मिलकर प्रयासों को और मजबूत करें ताकि स्थायी शांति और स्थिरता का मार्ग प्रशस्त हो सके।