अमेरिका में फिलिस्तीन के समर्थन में भारी प्रदर्शन, सड़कों पर उतरे शिक्षण संस्थानों के छात्र
पिछले कई दिनों से अमेरिका में फिलिस्तीन के समर्थन और इज़रायल के विरोध में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों में अलग-अलग यूनिवर्सिटी के छात्र हिस्सा ले रहे हैं और ये लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस की ओर से उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और उन्हें गिरफ्तार भी किया जा रहा है लेकिन विरोध प्रदर्शन नहीं रुक रहा है। इन विरोध प्रदर्शनों के चलते इन दिनों अमेरिका में उच्च शिक्षा ठप पड़ी हुई है। इन विरोध प्रदर्शनों से संयुक्त राज्य अमेरिका में भारी उत्तेजना फैल गई है।
ये विरोध प्रदर्शन कल (6 मई) को और तेज हो गया जब खबर आई कि प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी झंडे को आग लगा दी। कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों ने सबसे पहले सेंट्रल पार्क में प्रथम विश्व युद्ध के स्मारक में तोड़फोड़ की और अमेरिकी ध्वज को जला दिया। यह सब तब हुआ जब 1,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों के एक समूह को न्यूयॉर्क पुलिस ने मेट गाला में जाने से रोक दिया।
बता दें कि मेट गाला एक फैशन इवेंट है, जिसका इंतजार पूरी दुनिया में फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग करते हैं। फैशन प्रेमियों के लिए यह इवेंट किसी त्योहार से कम नहीं है। मेट गाला 2005 से हर साल मई के पहले सोमवार को आयोजित किया जाता है। इस बार यह कार्यक्रम 6 मई को न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में शुरू हुआ, जिसे प्रदर्शनकारी रोकना चाहते थे।
अमेरिकी झंडे को जलाने की घटना 107वें इन्फैंट्री मेमोरियल की साइट के पास हुई। प्रदर्शनकारियों ने स्मारक पर काले रंग से ‘गाजा’ लिखा और स्मारक पर फिलिस्तीनी झंडा लगा दिया। पूरी घटना के बाद, न्यूयॉर्क पुलिस आगे बढ़ी और मैडिसन एवेन्यू और ईस्ट 83वीं स्ट्रीट के पास दो दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। इनमें से कई प्रदर्शनकारी हंटर कॉलेज से मेट गाला तक मार्च कर रहे थे। अंततः पुलिस ने उन्हें सेंट्रल पार्क में ईस्ट 79वीं स्ट्रीट पर रोक दिया।