रूस के साथ समझौते के लिए क्या हैं यूक्रेन की शर्तें? आज सोमवार बेलारूसी शहर गोमेल में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधि दलों के बीच वार्ता की पूर्व संध्या पर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने और यूक्रेन से रूसी सैनिकों की तत्काल वापसी का उल्लेख एक समझौते के लिए शर्तों के रूप में किया।
रूसी नेटवर्क रशिया टुडे के अनुसार ज़ेलेंस्की के कार्यालय ने कहा है कि यूक्रेन पर वार्ता का मुख्य विषय तत्काल युद्धविराम की उपलब्धि और यूक्रेन के क्षेत्र से रूसी सैनिकों की वापसी है। ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियानों के बारे में कहा कि पिछले चार दिनों में 16 बच्चे मारे गए हैं और 45 घायल हुए हैं।
ज़ेलेंस्की ने यह भी दावा किया कि यूक्रेनी सेना ने रूस को नुकसान पहुंचाया है। ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियानों के बारे में कहा कि रूस को बहुत नुकसान हुआ है और हम नहीं जानते कि इस सब का उद्देश्य क्या है। 4,500 रूसी सैनिक मारे गए हैं और रूसी सैन्य अधिकारी इस पर विश्वास नहीं करते हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने तब रूसी सेना से कहा कि रूसी सैनिक अपना जीवन बचाएं और जाएं। वलोडिमिर ज़ेलिंस्की ने यूक्रेन के लिए पश्चिमी समर्थन की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यूरोपीय देश समझते हैं कि यूक्रेनी सेना पूरे यूरोप की रक्षा कर रही है और हम तुरंत यूरोपीय संघ में शामिल होना चाहते हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर सैन्य अनुभव वाले कैदी रूसियों के खिलाफ युद्ध में भाग लेना चाहते हैं तो हम उन्हें रिहा कर देंगे।
यूक्रेन के दो पृथकतावादी क्षेत्रों दोनेत्स्क और लुहान्स्क को रूस की ओर से मान्यता दिए जाने के बाद पूरी दुनिया में मिन्स्क समझौते पर चर्चा शुरू हो गई है। आइए जानते हैं कि मिन्स्क समझौता क्या है और क्यों इसे मौजूदा रूस-यूक्रेन संकट के समाधान के तौर पर देखा जा रहा है? पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक विद्रोहियों और यूक्रेन की सेना के बीच खूनी संघर्ष के बाद पहले 2014 में मिन्स्क-1 और 2015 में मिन्स्क-2 समझौता हुआ। फ़रवरी 2015 में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में रूस, यूक्रेन, जर्मनी और फ़्रांस के नेताओं की मौजूदगी में यह समझौता हुआ।