पेरिस (रायटर्स ) फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) ने गुरुवार को ईरान (Iran) पर विश्व शक्तियों के साथ 2015 के परमाणु समझौते का उल्लंघन जारी रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि ईरान को 2015 में हुए समझौते पर अमल करना चाहिए
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और यूरोपीय संघ के साथ, संयुक्त राज्य अमेरिका और ईरान को अनौपचारिक वार्ता के लिए मेज पर लाने की कोशिश कर रहा है लेकिन ईरान का कहना है कि ये वार्ता उस समय दोबारा हो सकती है जब अमेरिका उस पर लगे प्रतिबंधों को हटा दें क्योंकि ईरान इस समझौते से नहीं हटा था बल्कि डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका को इस समझौते से अलग किया था अब अगर अमेरिका इस समझौते में वापस आना चाहता है और आगे बात करना चाहता है तो उसको पहले ईरान पर लगे प्रतिबंध हटाने होंगे।
बता दें कि अभी तक दोनों पक्ष दोबारा से बातचीत करने को तैयार नहीं हैं। इस हफ्ते ईरानी नव वर्ष और जून में देश के राष्ट्रपति चुनाव भी होना है।
मैक्रॉन ने इस्राईल राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन के साथ बात करते हुए कहा कि “ईरान को समझौते का उल्लंघन बंद करना चाहिए और एक जिम्मेदार तरीके से व्यवहार करना चाहिए।
मैक्रॉन ने कहा कि पेरिस इस संकट को खत्म करने के लिए एक विश्वसनीय प्रक्रिया को पुनर्जीवित करने के लिए काम करना जारी रखेगा।
बता दे कि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से संयुक्त राज्य अमेरिका ने 2015 के सौदे को छोड़ दिया था, जिसके बाद ईरान में दो साल उस समझौते पर अमल किया उसके बाद अब ईरान ने भी उस समझौते का अनुपालन को कम कर दिया है।