यूक्रेन की मदद को सामने आया डेनमार्क, संकट की घड़ी में देगा लोगों को शरण
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कहा है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा कि हम यूक्रेन से आने वाले कितने लोगों को शरण देंगे।
यूक्रेन में युद्ध के बाद उपजे संकट पर बयान देते हुए डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कहा है कि डेनमार्क यूक्रेन से आने वाले लोगों को शरण देगा। उन्होंने यूक्रेन और उसके पड़ोसियों को मानवता के आधार पर सहायता देने की भी इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि आंतरिक रूप से विस्थापित शरणार्थियों को सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि शरणार्थियों के कारण बेशक पोलैंड जैसे देश पर दवाब होगा, लेकिन माल्दोवा और अन्य देशों पर भी बहुत दवाब होगा। शरणार्थियों का ग्रुप यूरोप में प्रवेश कर सकता है। डेनमार्क विस्थापितों को शरण देगा। इस बारे मे अभी कुछ भी कहना जल्दी बजी होगी कि वह यूक्रेन से आने वाले कितने लोगों को शरण दें सकती हैं।
संकट की इस घड़ी में संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन की मानवीय सहायता के आधार पर 20 मिलियन डॉलर दिए हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेश ने कहा कि हम यूक्रेन मे हर तरफ डर , पीड़ा का माहौल देखने को मिल रहा है। राजधानी कीव के पस से लगातार धमाकों की खबरें मिल रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय अभियानों के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष से दो करोड़ डॉलर पूर्वी दोनेत्सक और लुहांस्क और देश के अन्य कई इलाक़ो में आपात अभियानों को मदद पहुंचाएंगे और युद्ध से प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य देखभाल, भोजन, पानी आदि मुहैया कराने में भी इससे मदद मिलेगी।
याद रहे कि यूक्रेन और रूस के युद्ध का आज दूसरा दिन है। अब तक यूक्रेन के 137 लोग मिसाइल और बम धमाकों में मारे गए हैं। रूस के भी कई विमान नष्ट ओने की ख़बरें आ रही हैं। युद्ध के दौरान यूक्रेन ने दावा करते हुए कहा कि उसने रूस के 800 सैनिकों,130 बख्तरबंद गाड़ियों 7 विमानो और 6 हेलीकॉप्टर को मार गिराया है। वहीं दूसरी तरफ रूस ने भी यूक्रेन के 83 सैन्य ठिकाने तबाह करने का दावा किया है।