दमिश्क, अमेरिका और पश्चिम को अंतरराष्ट्रीय कानून के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं

दमिश्क, अमेरिका और पश्चिम को अंतरराष्ट्रीय कानून के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं सीरियाई विदेश मंत्रालय के एक आधिकारिक सूत्र ने जोर देकर कहा कि सीरिया रूस के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम के पागल हमलों की कड़ी निंदा करता है।

सीरियाई समाचार एजेंसी (SANA) ने सूत्र के हवाले से कहा कि ये अमेरिका और पश्चिम देश अपने दावों के माध्यम से तथ्यों को उल्टा करने, स्थिति को बढ़ाने और संकट को कायम रखने की कोशिश कर रहे हैं। आधिकारिक सूत्र ने जोर देकर कहा कि संकट को बनाए रखने में संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम का लक्ष्य दुनिया में अपना आधिपत्य बनाए रखना है। रूस को अपनी रक्षा करने और अपने लोगों को घेरने वाले खतरे को टालने का पूरा अधिकार है। सीरियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि पश्चिम और संयुक्त राज्य अमेरिका रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने और इसकी स्थिरता को लक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम कानून तोड़ने और अपने युद्धों में लाखों निर्दोष लोगों को मारने के आदी हैं।

कोरिया, वियतनाम, अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में पश्चिम के युद्धों की आलोचना करते हुए, सीरियाई संगठन ने जोर देकर कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम को अंतरराष्ट्रीय कानून और कानून के उल्लंघन के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है। दमिश्क ने यह भी कहा कि पश्चिमी नीतियों का विरोध करना सभी देशों का कर्तव्य है क्योंकि ये नीतियां अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक खतरनाक खतरा हैं।

दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप न करना यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर के महत्वपूर्ण सिद्धांत और अंतरराष्ट्रीय संबंधों का आधारभूत नियम है। लेकिन लम्बे समय से अमेरिका बार-बार दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करता रहा है। मौजूदा जी7 विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में अमेरिका ने अपने साथियों का नेतृत्व कर चीन के अंदरूनी मामले को लेकर मनमाने ढंग से टिप्पणी की और दबाव डाला।

लम्बे समय में अमेरिका ने बल का अवैध उपयोग न करने या धमकी न देने वाले अंतरराष्ट्रीय बुनियादी सिद्धांतों को नजरअंदाज कर कई बार संप्रभु देशों के खिलाफ युद्ध छेड़ा। साल 2003 में उसने कपड़े धोने वाले सफेद डिटर्जेंट की एक छोटी बोतल को बहाना बनाकर संयुक्त राष्ट्र की अनुमति के बिना इराक पर हमला किया, जिसमें कई लाख लोग हताहत हुए। अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करके अराजकता पैदा करना और युद्ध छेड़ना, क्या यह अमेरिका की नजर में अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था है?

 

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