अमेरिका में आतंकी हमलाे में 15 की मौत, हमलावर का आईएसआईएस कनेक्शन
न्यू ऑरलियन्स में हुए घातक हमले में मृतकों की संख्या 15 तक पहुंच गई है, और हमलावर की पहचान के साथ उसके आईएसआईएस से जुड़े होने का दावा किया जा रहा है। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, यह हमला 42 वर्षीय टेक्सास निवासी शम्सुद्दीन जब्बार ने किया था, जो पहले अमेरिकी सेना में कार्यरत था।
हमले से पहले का घटनाक्रम
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावर ने हमले से पहले एक वीडियो श्रृंखला रिकॉर्ड की थी, जिसमें उसने दावा किया कि वह आईएसआईएस में शामिल हो गया है। वीडियो में उसने अपने विचार व्यक्त किए और स्पष्ट किया कि वह इस संगठन का हिस्सा बन चुका है।
हमलावर का सैन्य इतिहास
अमेरिकी सेना के प्रवक्ता के अनुसार, शम्सुद्दीन जब्बार ने 2007 से 2020 तक सेना में सेवा की थी। इसके अलावा, उसे फरवरी 2009 से जनवरी 2010 तक अफगानिस्तान में तैनात किया गया था। उसकी सैन्य पृष्ठभूमि को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां यह समझने की कोशिश कर रही हैं कि वह कट्टरपंथ की ओर कैसे और कब आकर्षित हुआ।
जांच में हुए खुलासे
अधिकारियों ने बताया कि हमलावर की कार से आईएसआईएस का झंडा और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। यह जानकारी यह संकेत देती है कि यह हमला पूर्व नियोजित था। हालांकि, एफबीआई अभी भी यह पता लगाने में जुटी है कि इस हमले में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं। एफबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि इस हमले के संबंध में प्रतिनिधि सभा और सीनेट की निगरानी समितियों को कल ब्रीफिंग दी जाएगी। इस दौरान हमले से जुड़े सभी पहलुओं, संभावित नेटवर्क और सुरक्षा उपायों पर चर्चा की जाएगी।
हमले का राष्ट्रीय प्रभाव
यह हमला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। इसने न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के हमले एक बार फिर घरेलू आतंकवाद और कट्टरपंथ के खतरे की ओर इशारा करते हैं।
एफबीआई और अन्य एजेंसियां अब भी हमलावर के संबंधों, उसकी गतिविधियों और कट्टरपंथी संगठन के साथ उसकी भागीदारी की जांच कर रही हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के आगे आने वाले दिनों में क्या नए तथ्य उजागर होते हैं।