इटली की सांस्कृतिक हस्तियों ने फ्रांसेस्का अल्बानीज़ के समर्थन में उठाई आवाज़

इटली की सांस्कृतिक हस्तियों ने फ्रांसेस्का अल्बानीज़ के समर्थन में उठाई आवाज़

इटली की जानी-मानी सांस्कृतिक हस्तियों, कलाकारों, अभिनेता और बुद्धिजीवियों ने एक खुला पत्र लिखकर सरकार से अपील की है कि वह संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि फ्रांसेस्का अल्बानीज़ का समर्थन करे, जिन पर हाल ही में अमेरिका ने पाबंदियाँ लगाई हैं। इस पत्र पर लगभग 80 हस्ताक्षरकर्ताओं ने दस्तखत किए हैं और अमेरिकी कार्रवाई की निंदा करते हुए इटली की सरकार से अल्बानीज़ के समर्थन की माँग की है।

यह पत्र ‘टेलोन’ नामक सांस्कृतिक संस्था की ओर से शुरू किया गया, जिसमें  राष्ट्रपति सर्जियो मटेरेला, प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी को संबोधित किया गया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका की ओर से लगाए गए प्रतिबंध तत्काल हटाए जाएं और अल्बानीज़ को “संयुक्त राष्ट्र के मैनडेट को निभाने के कारण दी जा रही सज़ा” से बचाने के लिए उन्हें राजनयिक सुरक्षा प्रदान की जाए।

पत्र में लिखा गया है: “ग़ाज़ा पर चुप्पी भी अत्याचार में भागीदारी है।” इसके साथ ही ग़ाज़ा की स्थिति पर नज़र रखने, फिलिस्तीनी जनता के अधिकारों की रक्षा करने, और अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर न्यायपूर्ण शांति को बढ़ावा देने की ज़रूरत पर बल दिया गया है।

हस्ताक्षर करने वालों में इटली के प्रसिद्ध फिल्म कलाकार शामिल हैं — जैसे पीयर फ्रांसेस्को फाविनो, पाओला कोर्टेल्लेसी, स्टेफानो अकोरसी, वैलेरिया गोलिनो, लुका ज़िंगरिटी, वैलेरियो मास्तांद्रिया, और क्लॉडियो सांतामारिया। इनके साथ लेखक, इतिहासकार और विचारक भी इस मुहिम में शामिल हैं।

हाल ही में रोम की एक दीवार पर “फ्रांसेस्का अल्बानीज़ से दूर रहो” नामक ग्राफिटी बनाया गया, जो इस UN अधिकारी के प्रति जनता के बढ़ते समर्थन का प्रतीक है।

गौरतलब है कि 9 जुलाई को अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो ने ऐलान किया था कि फ्रांसेस्का अल्बानीज़ को उस सूची में डाला गया है जिन पर अमेरिका की पाबंदियां लागू होंगी। आरोप है कि वह अमेरिकी और इज़रायली नागरिकों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय से सीधे संपर्क में थीं। अमेरिका पहले ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से अल्बानीज़ को हटाने की माँग कर चुका है।

1 जुलाई को अमेरिका ने कहा कि उनके बयान “यहूदी विरोधी” और “इज़रायल विरोधी” होते जा रहे हैं, और अगर संयुक्त राष्ट्र ने कार्रवाई नहीं की, तो अमेरिका एकतरफा क़दम उठाने को मजबूर होगा। इसके जवाब में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की विशेष प्रक्रियाओं की समिति ने अमेरिका की कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए अल्बानेसे के समर्थन में बयान जारी किया है।

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