नाटो हरकत में, 30 देश सैन्य कार्रवाई के लिए तैयार, पुतिन ने दी चेतावनी
नाटो को अपनी सीमाओं से दूर रखने की योजना के तहत यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर उसके खिलाफ सैन्य अभियान छेड़ने वाले रूस के खिलाफ नाटो के सदस्य देश हमला करने की योजना बना रहे हैं।
यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्यवाही जारी है। यूक्रेन में भारी तबाही के बाद अब नाटो रूस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नाटो के 30 सदस्य देश रूस पर हमला करने की योजना पर काम कर रहे हैं । कहा जा रहा है कि रूस के खिलाफ नाटो आर्टिकल-4 का प्रयोग कर सकता है। राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन की ओर से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा किए जाने के बाद रूसी सेना ने ताबड़तोड़ हमले करते हुए 11 शहरों पर एक साथ धावा बोला है। यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर भारी तबाही मची हुई है ।
रूस की कार्यवाही को देखने के बाद नाटो ने आपात बैठक बुलाते हुए जवाबी कार्रवाई की योजना बनाने के संकेत दिए हैं । इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि हम अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर कड़ा जवाब देंगे । जर्मनी ने भी यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाई है । यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत फ्रांस और तुर्की के राष्ट्रपति से भी वार्ता की है।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा करते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारा लक्ष्य यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है। इस कार्रवाई में होने वाले खून खराबे के लिए यूक्रेन शासन जिम्मेदार है। पुतिन ने अन्य देशों को अलर्ट करते हुए कहा है कि अगर हमारी कार्यवाही के बीच में किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप का प्रयास किया गया तो उसके ऐसे परिणाम होंगे जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे।
बता दें कि अगर रूस यूक्रेन पर अपनी पूरी सैन्य क्षमता के साथ हमला करता है तो उसके परिणाम बहुत भयानक हो सकते हैं। यूक्रेन की सरकार गिर सकती है और रूस को दुनिया भर में प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है जिसका असर यूरोप की ऊर्जा आपूर्ति के साथ-साथ दुनिया भर के वित्तीय बाजार पर भी पड़ेगा। युद्ध लंबा खिंचता है तो बड़े पैमाने पर विस्थापन भी देखने को मिलेगा जबकि वैश्विक बाजार पर तो अभी से ही काफी प्रभाव पड़ने लगा है। तेल समेत उर्जा जरूरत वाली चीजों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं।