अमेरिकी चेतावनी के बावजूद रूसी अभ्यास में चीनी और भारतीय सेना लेंगे हिस्सा
“वोस्तोक 2022” नामक महान रूसी सैन्य अभ्यास में दो हजार चीनी सैन्य बलों ने भाग लिया है और अमेरिका के विरोध के बावजूद भारतीय सेना भी इसमें भाग ले रही है।
समाचार सूत्रों के अनुसार, यह बड़े पैमाने पर अभ्यास साइबेरिया के कुछ हिस्सों जापान के सागर और ओखोटस्क के सागर में आयोजित किया जाएगा और चीनी सेना के उत्तरी विंग से 2,000 से अधिक सैनिकों को भेजा गया है। इसकी भूमि, नौसेना और वायु सेना इन सैन्य अभ्यासों में भाग लेने के लिएतैयार है।
रूस में चीनी राजदूत झांग हानहुई ने इस संबंध में कहा कि बीजिंग और मास्को के बीच सैन्य सहयोग से किसी तीसरे देश के साथ टकराव नहीं होगा और यह विदेशी तत्वों का शिकार भी नहीं होगा। इस अभ्यास में कहा गया है कि भारत, बेलारूस, ताजिकिस्तान, मंगोलिया और अन्य देश भी अभ्यास में हिस्सा लेंगे।
रूस में वोस्तोक-2022 सैन्य अभ्यास में भारतीय सैनिकों की भागीदारी पर भारतीय सेना या रक्षा मंत्रालय की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है। रूसी मीडिया के अनुसार इस महान अभ्यास में अजरबैजान, अल्जीरिया, आर्मेनिया, बेलारूस, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, चीन, लाओस, मंगोलिया, निकारागुआ, सीरिया और ताजिकिस्तान की सेनाएं भाग ले रही हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार भारत के रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की कि इस देश की सेना के सैनिकों ने इस अभ्यास में भाग लेने के लिए गुरुवार को रूस के क्षेत्र में प्रवेश किया है। इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस अभ्यास में देशों की भागीदारी पर चिंता व्यक्त की है।
भारत के रक्षा मंत्रालय के बयान के मुताबिक एक हफ्ते तक चलने वाले इस अभ्यास में इस देश के सैनिक संयुक्त मैदानी युद्ध और निशानेबाजी अभ्यास करेंगे।