जेल में खूनी खेल, जमकर हुई गोलीबारी , 68 की मौत इक्वाडोर की एक बड़ी जेल में हुई गोलीबारी की घटना में कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई है।
जेल में हुई इस हिंसक घटना में जमकर विस्फोटक और गोलीबारी हुई। बताया जा रहा है कि शनिवार रात , इक्वाडोर की सबसे बड़ी जेल लिटोरल पेनीटेंटियरी में हुई झड़पों में कम से कम 68 कैदियों की मौत हो गई। इस लड़ाई में 25 क़ैदियों के घायल होने की खबर है।
कुछ समय पहले भी इस जेल में हिंसा हुई थी, उस घटना को अभी भी किसी जेल में हुआ सबसे भयानक खूनखराबा बताया गया था। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार यह घटना ड्रग्स स्मगलर गुटों के बीच हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार यह हिंसा देश के तटीय शहर गुआयाक्विल की जेल में अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल से जुड़े जेल गैंग्स के बीच हुई है। कैदियों के पास से बंदूकें बरामद की गई है। घटना के सामने आए वीडियो में अधजली लाशों को देखा जा सकता है।
क़ैदियों के दो गुटों के बीच यह संघर्ष लगभग आठ घंटों तक चला, क़ैदियों ने विरोधी गुट के क़ैदियों को मारने के लिए जेल के अन्य भाग में जाने के लिए बीच में मौजूद दीवार को डायनामाइट से उड़ाने की कोशिश की।
मीडिया में जारी रिपोर्ट के अनुसार गुआस प्रांत के गवर्नर पाब्लो अरोसेमेना ने कहा कि कैदियों ने दुश्मन कैदियों की हत्या के लिए उनके गद्दे जला दिए, ताकि वे धुएं की चपेट में आकर मर जाएं। उन्होंने कहा, हम लोग ड्रग ट्रैफिकिंग के खिलाफ लड़ रहे हैं। ये बेहद कठिन है।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने कहा कि हमें जेल में कैदियों के बीच हुई हिंसा की जानकारी है यह लोग जेल पर नियंत्रण बनाने के लिए हमला कर रहे थे। जेल में मचे उपद्रव के बाद 700 पुलिस अधिकारी जेल के भीतर हालत को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं।
याद रहे कि इक्वाडोर में ही एक जेल में दो महीने पहले भी गैंग्स के बीच हुई लड़ाई में 119 कैदियों की मौत हो गई थी। हाल ही में हिंसा का केंद्र बनी लिटोरल पेनीटेंटियरी में 8000 कैदियों को रखा गया है। पुलिस कमांडर जनरल तान्या वरेला इस हिंसक घटना पर कहा कि जेल में हिंसा के बीच घटनास्थल पर ड्रोन की सहायता से देखा गया कि जेल के तीन हिस्सों में कैदी बंदूकों और विस्फोटकों से लैस थे।
क़ैदियों को हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी उन वाहनों के जरिए की जाती है जो सप्लाई करते हैं और कभी-कभी ड्रोन द्वारा भी हथियार कैदियों तक पहुंचाए जाते हैं।
याद रहे कि अक्टूबर में ही राष्ट्रपति ने आपातकाल घोषित करते हुए ड्रग्स और मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराधों से लड़ने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को भरपूर शक्ति दी है।