हमास बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और नई सेना की भर्ती पर काम कर रहा
यहूदी समाचार वेबसाइट वल्ला ने इजरायली सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें ग़ाज़ा और इज़रायल के बीच चल रहे युद्ध-विराम समझौते की स्थिति और भविष्य को लेकर चिंताएं व्यक्त की गई हैं। साथ ही, इस रिपोर्ट में हमास की तैयारियों और इज़रायल की सुरक्षा योजनाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई है।
युद्ध-विराम समझौते की अनिश्चितता
रिपोर्ट के अनुसार, इज़रायली सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि युद्ध-विराम समझौते के अगले चरणों को लेकर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध-विराम के धीरे-धीरे टूटने की आशंका है, जिससे स्थिति फिर से तनावपूर्ण हो सकती है। इस अनिश्चितता के कारण इज़रायल और ग़ाज़ा के बीच संघर्ष के फिर से भड़कने का खतरा बना हुआ है।
इज़रायल की तैयारियाँ
इज़रायली सेना ने इस स्थिति से निपटने के लिए कई परिदृश्यों पर विचार किया है और ग़ाज़ा में रक्षात्मक और आक्रामक योजनाओं को मंजूरी दे दी है। इज़रायल ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह किसी भी संभावित हमले का जवाब दे सके, अपनी सैन्य तैयारियों को और मजबूत किया है। इज़रायली अधिकारियों का मानना है कि अगर युद्ध-विराम टूटता है, तो स्थिति पहले से भी अधिक गंभीर हो सकती है।
हमास की गतिविधियाँ
रिपोर्ट में हमास की गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला गया है। इज़रायली सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, हमास ने पिछले युद्ध का गहन मूल्यांकन किया है और अपनी कमजोरियों को दूर करने के लिए काम शुरू कर दिया है। हमास अपने बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और नए सदस्यों की भर्ती पर विशेष ध्यान दे रहा है। इसके अलावा, हमास गैर-पारंपरिक रणनीतियों और बमों के उपयोग को बढ़ाने पर भी काम कर रहा है, ताकि वह किसी भी संभावित युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार रह सके।
इज़रायल की कमजोरियों की तलाश
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हमास ने इज़रायली सेना की कमजोरियों का पता लगाने के लिए ग़ाज़ा पट्टी की सीमा पर अपने लोगों को तैनात किया है। इन लोगों का काम इज़रायली सेना की रणनीतियों और सुरक्षा प्रणालियों में कमियों को ढूंढना है, ताकि हमास भविष्य में होने वाले किसी भी संघर्ष में इन कमजोरियों का फायदा उठा सके।
यमन से संभावित खतरा
रिपोर्ट में यमन से संभावित खतरे की ओर भी इशारा किया गया है। इज़रायली अधिकारियों का मानना है कि अगर ग़ाज़ा में युद्ध-विराम समझौता टूटता है और संघर्ष फिर से शुरू होता है, तो यमन से जुड़े समूह इज़रायल पर हमले फिर से शुरू कर सकते हैं। इस संभावना को देखते हुए, इज़रायल ने यमन में संभावित लक्ष्यों के बारे में सुरक्षा जानकारी एकत्र करने के प्रयासों को तेज कर दिया है। इज़रायल चाहता है कि वह किसी भी संभावित हमले के लिए पहले से तैयार रहे।
इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि हमास और इज़रायल के बीच तनाव अभी भी बना हुआ है। युद्ध-विराम समझौते की अनिश्चितता और दोनों पक्षों की सैन्य तैयारियों के कारण क्षेत्र में शांति स्थापित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बना हुआ है। इज़रायल और हमास दोनों ही किसी भी संभावित संघर्ष के लिए तैयारी कर रहे हैं, जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो सकती है। साथ ही, यमन से संभावित खतरे ने इज़रायल की चिंताओं को और बढ़ा दिया है।