श्रीलंका की आर्थिक स्थिति नाज़ुक, विदेश मंत्री सहित वित्त मंत्री ने दिया इस्तीफा
कोरोना महामारी के कारण श्रीलंका की पर्यटन पर काफी असर हुआ और यहां की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई। श्रीलंका विदेशी फंड के किल्लत का सामना कर रहा है जिसके कारण यहां खाद्य सामग्रियों ईंधन बिजली व गैस की भारी कमी हो गई है।
श्रीलंका में जारी अव्यवस्था व लोगों के विरोध के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया ने सोमवार को देश के लिए नया विदेश मंत्री और वित्त मंत्री चुन लिया है। उन्होंने श्रीलंका के नए विदेश मंत्री के रूप में जी एल पेरिस और नए वित्त मंत्री पद पर अली साबरी का नाम पेश किया है।
श्रीलंका में शनिवार को लोग सड़कों पर उतर आए और नारे बाज़ी की जिसके नतीजे में 36 घंटे का लंबा कर्फ्यू लगाया गया था जो सोमवार सुबह हटा दिया गया लेकिन देश में अब भी इमरजेंसी के हालात बने हुए हैं। इस बीच देशभर में इस्तीफे का दौर जारी है। कैबिनेट के बाद अब श्रीलंका के सेंट्रल बैंक के गर्वनर ने भी अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दि है ।
बता दें कि 26 सदस्यीय श्रीलंकाई कैबिनेट ने अपना इस्तीफा पहले ही सौंप दिया था लेकिन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे का नाम इसमें शामिल नहीं है।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के पुत्र और खेल व युवा मामलों के मंत्री नमल राजपक्षे ने भी अपने सभी पोर्टफोलियो से इस्तीफा दे दिया। नमल राजपक्षे ने अपने ट्वीट में कहा, ‘मैंने राष्ट्रपति के सचिव को इस बारे में सूचित कर दिया था।
श्रीलंका इस समय अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है और लोग राजधानी कोलंबो समेत विभिन्न शहरों में सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। दशकों बाद बदतर आर्थिक हालात को लेकर सरकार की नीतियों के खिलाफ देश के लोग विरोध जता रहे हैं।