इमरान की अपील, कठपुतली सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे जनता
पाकिस्तान में जारी राजनीतिक ड्रामा एक अजीब मोड़ पर पहुंच गया है। जहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान इससे पहले ही देश की जनता को संबोधित करते हुए अपील कर चुके हैं कि पाकिस्तानी जनता देश की संप्रभुता की रक्षा करे और एक कठपुतली सरकार के खिलाफ रविवार को शांति पूर्वक रूप से सड़कों पर उतर आए।
अदालत के आदेश के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए हो रहे सत्र में सरकार की ओर से नेशनल असेंबली में चर्चा में भाग ले रहे विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि हम एक संप्रभु राष्ट्र हैं। मैं एक बात को रिकॉर्ड में लाना चाहता हूं और वह यह कि अमेरिका का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को बुलाकर आदेश देता है कि उसे रूस नहीं जाना चाहिए। मैं यह पूछना चाहता हूं कि इस तरह के आदेश किस देश को दिए जाते हैं ?
बता दें कि इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कहते रहे हैं कि उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की साजिश के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है। कहा जा रहा है कि इमरान खान की रूस यात्रा के बाद अमेरिक इमरान से बेहद नाराज हो गया है और उसके बाद ही इमरान खान की विदाई की पटकथा पर मोहर लगाई गई है। इमरान खान देश की जनता को संबोधित करते हुए कह चुके हैं कि उनकी सरकार को गिराने के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है क्योंकि वह अपने लिए एक लचीली और झुकने वाली सरकार चाहते हैं।
इमरान खान ने विपक्ष पर कानून से परे जाकर पैसा बनाने के आरोप लगाते हुए कहा कि हमें पता चला है कि अमेरिकी राजनयिक हमारे लोगों से मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के कारण हम सब बातें सार्वजनिक रूप से करने के लिए स्वतंत्र नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जो कुछ पाकिस्तान में चल रहा है ऐसा बनाना रिपब्लिक में भी खुलेआम नहीं होता।
विपक्ष पर खरीद-फरोख्त में शामिल होने का आरोप लगाते हुए इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तानी राजनेताओं को भेड़ों की तरह खरीदा और बेचा जा रहा है। भारत की ओर संकेत करते हुए इमरान खान ने कहा कि वह एक संप्रभु राष्ट्र है और कोई भी महाशक्ति उसके लिए ऐसी शर्तों का चयन नहीं कर सकती। किसी देश में भी हिम्मत नहीं कि भारत से इस तरह की बात कर सके। पाकिस्तान में जारी घटनाक्रम को उन्होंने देश की संप्रभुता पर हमला बताते हुए कहा कि हम 22 करोड लोग हैं। अपमान की बात है कि बाहर के लोग हमें आकर अपने इशारों पर नचा रहे हैं।