आगामी साल 31 मार्च तक देश नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा: अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को भरोसा दिलाया कि भारत अगले साल 31 मार्च तक पूरी तरह से नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा। लखनऊ के वृंदावन योजना, सेक्टर-18 स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में उन्होंने 60,244 नव-नियुक्त पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र बांटते हुए कहा कि नक्सलवाद, जो पहले 11 राज्यों में फैला हुआ था, अब सिर्फ तीन जिलों तक सिमट गया है और 31 मार्च 2026 तक यह पूरी तरह समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि, मोदी सरकार ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ सख़्त रुख़ अपनाया है। पाकिस्तान ने तीन बार आतंकी हमले की कोशिश की, लेकिन हर बार भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया और आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के मुख्यालय को तहस-नहस कर दिया।
उत्तर प्रदेश सरकार की पारदर्शी और व्यापक भर्ती प्रक्रिया की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी पुलिस ने न सिर्फ भर्ती को निष्पक्ष और मेरिट आधारित बनाया, बल्कि हर जाति, ज़िले और तहसील के युवाओं को अवसर देकर नया रिकॉर्ड कायम किया है। उन्होंने खास तौर पर कहा कि इन भर्तियों में “न कोई खर्चा, न कोई पर्ची, न कोई सिफारिश और न जाति के आधार पर भेदभाव” हुआ है।
अपने संबोधन में शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश की सबसे बड़ी पुलिस फोर्स है और आज 60,244 नवयुवक इसका अभिन्न हिस्सा बन रहे हैं। उन्होंने इस दिन को इन नियुक्त पुलिसकर्मियों के जीवन का सबसे शुभ दिन बताया और कहा कि यह गर्व का क्षण है। शाह ने यह भी बताया कि इसमें 12 हजार से अधिक बेटियाँ शामिल हैं, जिनके चेहरों पर खुशी देखकर उन्हें अत्यंत संतोष हुआ।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए आरक्षित पदों का सौ प्रतिशत लाभ सुनिश्चित किया गया है, जो योगी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2017 के बाद यूपी में आए बदलावों का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि आज़ादी के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही थी, लेकिन 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने के बाद यूपी पुलिस ने नई ऊँचाइयों को छूना शुरू किया।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि योगी जी ने औद्योगिक विकास, शिक्षा, कानून-व्यवस्था, बुनियादी ढांचा, बिजली और नल के पानी जैसी योजनाओं को ज़मीन तक पहुँचाकर परिवर्तन के एक नए युग की शुरुआत की है। शाह ने कहा कि अब यूपी दंगों का गढ़ नहीं रहा, बल्कि दंगों से मुक्त हो चुका है।

