कांग्रेस को चुनाव जीतना है, तो उसे महात्मा गांधी के रास्ते पर चलना होगा: आचार्य प्रमोद

कांग्रेस को चुनाव जीतना है, तो उसे महात्मा गांधी के रास्ते पर चलना होगा: आचार्य प्रमोद

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से चार राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ एवं तेलंगाना की मतगणना जारी है, जिसमे मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा बहुमत के साथ सरकार बनाती हुई नज़र आ रही है तो वहीं तेलंगाना में कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाती हुई नज़र आ रही है।

बता दें कि मतगणना के रुझानों के अनुसार तेलंगाना के अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस हार रही है तो वहीं, तेलंगाना के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके के.चंद्रशेखर राव, कामारेड्डी और गजबेल दोनों सीटों पर काफी पीछे चल रहे हैं। राज्य में उनकी पार्टी बड़ी हार की ओर बढ़ रही है। ख़ुद मुख्यमंत्री का पिछड़ना भी बेहद असहज करने वाला है। वहीं मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार पर कांग्रेस का सबसे बड़ा हिन्दू चेहरा रहने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

कांग्रेसी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा है कि सनातन का विरोध देश में किसी को स्वीकार नहीं है। कांग्रेस यदि सनातन का विरोध करती रहेगी तो वह हारती रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सनातन धर्म का लगातार विरोध कर रही है। वह हिंदू धर्म के खिलाफ चुनावी मैदान में है। जातीय राजनीति को मुद्दा बनाया जा रहा है, जो देश के लोगों को स्वीकार नहीं है। आचार्य प्रमोद ने कहा कि कांग्रेस यदि चुनाव जीतना चाहती है, तो उसे महात्मा गांधी के रास्ते पर चलना होगा, लेकिन कांग्रेस काल मार्क्स के मार्ग पर चल रही है।

इस परंपरा को बदलना होगा। महात्मा गांधी की बैठक की शुरुआत रघुपति राघव राजा राम के भजन से होती थी, लेकिन कुछ नेता सनातन का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यदि ऐसे नेताओं को पार्टी से नहीं निकाला, तो कांग्रेस की हालत एआईएमआईएम जैसी हो जाएगी। कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। सनातन का विरोध ने हमें ले डूबा है।

जहां एक बार फिर बीजेपी सरकार बनाने की और आगे बढ़ रही है। वहीँ इसके बाद राज्य कांग्रेस में आरोपों प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो चूका है, जिसमे साइड लाइन किए गए नेताओं ने बयान देना शुरू कर दिया है। पार्टी नेता संदीप दीक्षित ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के दोनों शीर्ष नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर सवाल खड़ा किया है. एबीपी न्यूज को दिए विशेष साक्षात्कार में संदीप दीक्षित ने कहा है, “हार के बाद हमारी पार्टी कभी समीक्षा नहीं करती। मैंने समझाया था लेकिन किसी ने नहीं सुनी।

संदीप दीक्षित ने यह भी बताया है कि सूबे में बीजेपी के मुकाबले कांग्रेस कहां कमजोर पड़ी। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से राज्य की महिलाओं के लिए चलाई गई लाडली बहना योजना से कांग्रेस को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। संदीप दीक्षित ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना का मुकाबला कांग्रेस नहीं कर पाई। महिलाओं के बीच यह बहुत लोकप्रिय रहा और कांग्रेस इसके काउंटर में कुछ नहीं कर सकी। उन्होंने प्रदेश नेतृत्व पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा, “मैंने समझाया था लेकिन किसी ने नहीं सुनी।

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