तीन इंजन के बाद भी महाराष्ट्र की सेहत वेंटिलेटर पर: राज ठाकरे
महाराष्ट्र के नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में पिछले 24 घंटों में 12 शिशुओं सहित कम से कम 24 लोगों की मौत पर हंगामा जारी है।अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने सरकार हमला किया है।
राज ठाकरे ने अपने दोस्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तीन-तीन इंजन लगाने के बाद भी महाराष्ट्र की सेहत वेंटिलेटर पर है। तीनों दलों ने अपना पर्याप्त बीमा कर लिया है, इसीलिए उन्हें महाराष्ट्र की चिंता नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, “तीन-तीन इंजन लगाने के बाद भी अगर राज्य की सेहत वेंटिलेटर पर रहेगी, तो इन तीन इंजन का क्या फायदा? चूंकि सरकार के तीनों दलों ने अपना पर्याप्त बीमा करा लिया है, इसलिए उन्हें कोई चिंता नहीं है, लेकिन महाराष्ट्र का क्या? दुर्भाग्य से, सरकार के तीनों दल मस्त हैं, लेकिन महाराष्ट्र बीमार है ऐसी स्थिती है।
सरकार अपना जीवन बढ़ाने के प्रयासों को कम करके महाराष्ट्र के स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है इसकी कोशिश करें। इससे पहले विपक्ष ने इन मौतों के लिए शिंदे सरकार को जिम्मेदार बताया है। वहीं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, शरद पवार समेत कई बड़े नेताओं ने सरकार को घेरा।
राज ठाकरे ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “पिछले 24 घंटे में नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में 24 मौतें हुई हैं। यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी ही एक घटना हाल में ठाणे शहर में हुई थी। राज्य के सरकारी अस्पतालों में दवा की कमी है। मुंबई में भी टीबी की दवा की कमी के चलते “संभाल कर दवा का इस्तेमाल कीजिए” ऐसी सलाह दी जा रही है। ये घटनाएं सिर्फ नांदेड़, ठाणे और मुंबई तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि हर जगह है।
ठाकरे ने आगे कहा कि सरकार में तीन पार्टियों को छोड़कर महाराष्ट्र बीमारू है। इस बीच, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि राज्य सरकार को जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। इससे पहले, डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल नांदेड़ के डीन श्यामराव वाकोडे ने अस्पताल के खिलाफ लापरवाही के आरोपों का खंडन किया।
वहीं, महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने कहा कि अस्पताल में दवा की कोई कमी नहीं थी, मुझे डीन द्वारा सूचित किया गया है, इसलिए हमने घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। प्रकाश अंबेडकर ने एकनाथ शिंदे और भाजपा के नेतृत्व वाले महाराष्ट्र प्रशासन पर 24 मानव जीवन की हत्या का आरोप लगाया है।