यमन की चेतावनी, सऊदी अरब पर करेंगे अभूतपूर्व भीषण हमले

यमन के लोकप्रिय जनांदोलन और सऊदी अरब की गठबंधन सेना के सामने यमन सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहे अंसारुल्लाह के प्रवक्ता ने सऊदी अरब को चेतावनी देते हुए कहा कहा है कि अगर सऊदी अरब ने यमन पर हमले न रोके तो हम इस सातवे साल में नए मिसाइल सिस्टम से सऊदी अरब पर ऐसे हमलों की शुरुवात करेंगे जिसका सऊदी शासन ने कभी अनुभव न किया होगा।

अल-मायादीन समाचार नेटवर्क के हवाले से यमनी सेना के प्रवक्ता अंसारुल्लाह प्रतिरोध मोर्चे से जुड़ी लोकप्रिय समितियों का कहना है कि अगर सऊदी शासन ने युद्ध न रोका और घेराबंदी को न खत्म किया तो हम सऊदी अरब पर ऐसे हमलों की शुरुवात करेंगे जिसका अनुभव उन्होंने पहले कभी न किया होगा

बता दे कि यमन घरेलू निर्मित मिसाइलों से सऊदी अरब पर हमला करता है जबकि सऊदी अरब का कहना है कि वो मिज़ाइलें जिनसे यमन का प्रतिरोध मोर्चा सऊदी अरब पर हमला करता रहा है वो ईरान की बनी हुई है।

यमनी सशस्त्र बलों ने पिछले सप्ताह छह ड्रोन के साथ शाबान नाम का शुरू किया था जिसमे यमन ने सऊदी अरब के रियाद में अरामको को निशाना बनाया था। जिसके बाद याह्या ने एक ट्वीट करते हुए कहा था कि ये हमला सऊदी हमलो और उसकी घेराबंदी का जवाब था।

यमन के खिलाफ युद्ध के छठे वर्ष के अंत में अल-हौथी नेता अब्दुल मलिक अल-हौथी ने जोर देकर कहा था: “प्रतिरोध मोर्चा अंसारुल्लाह शांति के लिए तैयार है, लेकिन बशर्ते कि यमनी लोगों के अधिकारों का उल्लंघन न हो, सऊदी अरब संयुक्त अरब अमीरात और आईएसआईएस के साथ कुछ अन्य समूहों और सरकारों के साथ यमन के खिलाफ हमले को जारी रखे हुए है ।

अंसारुल्लाह के वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद अल बुख़ैती ने ने भी कहा था कि हम जंग रोकने के पक्ष में हैं लेकिन हम एक एकपक्षीय संघर्ष विराम को नहीं मानते ! हम शांति चाहते हैं लेकिन मैदाने जंग के शूरवीर भी है।

यमनी नेशनल नेगोशिएटिंग कमेटी के प्रमुख मोहम्मद अब्दुल सलाम का कहना है कि “जब तक यमन पर हमले जारी हैं, सऊदी अरब को वार्ता शुरू करने का कोई अधिकार नहीं है।”

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