यूक्रेन पर रूस के साथ किसी भी टकराव से बचना चाहते हैं : नाटो नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने बुधवार शाम कहा कि यूक्रेन की स्थिति को देखते हुए नाटो रूस के साथ टकराव से बचने का इरादा रखता है।
यूक्रेन पर रूस-नाटो संघर्ष की संभावना के बारे में पूछे जाने पर CNN के साथ एक साक्षात्कार में स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि हमारा मिशन किसी भी टकराव से बचना है। टास समाचार एजेंसी के अनुसार, स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि हर राष्ट्र को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, जिसका वास्तव में संयुक्त राष्ट्र चार्टर में उल्लेख किया गया है। यूक्रेन के लिए नाटो समर्थन 110 प्रतिशत या पूरी तरह से हमारे अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के अनुरूप है, और निश्चित रूप से यूक्रेन को अपनी रक्षा करने का अधिकार है।
नाटो महासचिव ने जोर देकर कहा कि नाटो अपने सदस्य देशों को “सुरक्षा गारंटी” प्रदान करता है और यूक्रेन उनमें से ही एक है। यूक्रेन को इस साल की शुरुआत में अमेरिकी गोला-बारूद और मिसाइलों का एक बड़ा शिपमेंट मिला है और इसकी सेना का कहना है कि उसके पास तुर्की मोर्टार और आक्रामक ड्रोन भी हैं।
इंटरव्यू में स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि रूस ने अगर आक्रामकता दिखाई तो उसे भारी कीमत चुकानी होगी। रूस के खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों में प्रतिबंध भी एक विकल्प है। हालांकि, रूस का कहना है कि यूक्रेन पर हमला करने की उसकी कोई योजना नहीं है। नाटो महासचिव ने कहा कि यह स्पष्ट है कि रूस इस बात को जानता है कि उसे कीमत चुकानी होगी।
इससे पहले, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन सहित अपनी सीमाओं के पास सैन्य गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की थी। व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को नाटो को यूक्रेन में सैनिकों और हथियारों की तैनाती के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर यूक्रेन में नाटो ने लक्ष्मण रेखा पार की तो रूस को मजबूरन जवाब देना पड़ेगा।