तुर्की का अमेरिका फ्रांस समेत कई देशों को अल्टीमेटम, राजनयिकों को निकालने की धमकी तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने जर्मनी, फ्रांस और अमेरिका समेत कई देशों के राजदूतों को निष्कासित करने की धमकी दी है।
तुर्की ने अमेरिका ,कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, न्यूजीलैंड, नॉर्वे और स्वीडन समेत कई देशों के संयुक्त बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इन देशों के राजदूतों को तलब किया है।
ज्ञात रहे कि अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस ,कनाडा और डेनमार्क समेत 10 से अधिक पश्चिमी देशों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए तुर्की में बंदी बनाए गए कारोबारी की रिहाई की मांग की थी।
इन देशों के संयुक्त बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तुर्की के राष्ट्रपति ने इन देशों के राजदूतों को तुर्की से निकालने की धमकी दी है। रिपोर्ट के अनुसार पत्रकारों से बातचीत करते हुए अर्दोग़ान ने कहा कि हमने अपने विदेश मंत्री से कह दिया है कि हम अपने देश में इन देशों की मेजबानी करने का जोखिम नहीं उठा सकता।
तुर्क विदेश मंत्रालय ने इन देशों की ओर से जेल में बंद कारोबारी उस्मान कवाला की रिहाई के लिए जारी किए गए बयान पर राजदूतों को हाजिर होने का आदेश दिया था।
अमेरिका, कनाडा, जर्मनी , फ्रांस, न्यूजीलैंड, स्वीडन आदि देशों ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए तुर्की की जेल में बंद कार्यकर्ता एवं कारोबारी उस्मान कवाला की रिहाई की मांग करते हुए कहा था कि तुर्की कवाला को तत्काल रिहा करे। तुर्की को चाहिए कि वह यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय के फैसले को ध्यान में रखते हुए इस मुद्दे पर तत्काल कदम उठाए और उन्हें सुरक्षित रिहा करे।
कवाला को 2013 में लगाए गए राष्ट्रव्यापी विरोध से संबंधित आरोपों से 2020 में बरी कर दिया गया था लेकिन तुर्की में 2016 में हुए तथाकथित तख्तापलट प्रयास में उन पर जासूसी के आरोप तय किए गए थे।
अर्दोग़ान ने इस कारोबारी पर अमेरिकी कारोबारी जॉर्ज सोरस का साथी होने और देश के विरुद्ध जासूसी करने के आरोप लगाए थे।