काबुल एयरपोर्ट के संचालन में सहयोग करेंगें तुर्की और क़तर तुर्की और क़तर ने काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन के लिए मिलकर काम करने का निर्णय किया है।
काबुल एयरपोर्ट के संचालन के बारे में बात करते हुए सोमवार को दोहा में अपने क़तरी समकक्ष के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुट कावुसोग्लू ने कहा कि हम काबुल हवाई अड्डे के संचालन पर एक साथ काम करेंगे।
वहीं, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोगान द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कतर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। क़तर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अस-सानी ने कहा कि क़तर और तुर्की काबुल हवाई अड्डे के संचालन पर एक समझौते पर पहुंचने के लिए लंबे समय से अफ़ग़ानिस्तान में अंतरिम सरकार के साथ काम कर रहे हैं।
अफ़ग़ानिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सैनिकों की वापसी से पहले, तुर्की ने काबुल हवाई अड्डे की सुरक्षा और प्रबंधन प्रदान करने की इच्छा व्यक्त की थी। तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद से तुर्की और क़तर की तकनीकी टीमों और विशेषज्ञों ने भी काबुल हवाई अड्डे को फिर से खोलने और उड़ानों के लिए तैयार करने के लिए एक साथ काम किया है।
इससे पहले, रॉयटर्स ने बताया कि क़तर के प्रतिद्वंद्वी संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों ने भी काबुल हवाई अड्डे के प्रबंधन को लेकर तालिबान से संपर्क किया था। काबुल हवाई अड्डे के प्रबंधन के कुछ आर्थिक लाभ हैं, यह किसी भी देश को अफ़ग़ानिस्तान की यात्रा करने वालों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने का अवसर प्रदान करता है। तुर्की, क़तर और संयुक्त अरब अमीरात सहित समृद्ध खाड़ी देशों के साथ अपने संबंधों को पुनर्जीवित करना चाहता है।
यूएई क्राउन प्रिंस ने पिछले महीने तुर्की का दौरा किया था। 2012 के बाद से किसी अमीराती अधिकारी की यह पहली तुर्की यात्रा थी। राष्ट्रपति अर्दोगान, जिनका देश एक नए आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, अन्य देशों के साथ विदेशी निवेश और व्यापार को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं ।