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सीरियाई नागरिक इज़रायल की साज़िशों से होशियार रहें: जुम्बलात

सीरियाई नागरिक इज़रायल की साज़िशों से होशियार रहें: जुम्बलात

लेबनान के सोशलिस्ट प्रोग्रेसिव पार्टी के पूर्व प्रमुख और द्रूज़ समुदाय के नेता वलीद जुम्बलात ने एक बार फिर इज़रायली साज़िशों को बेनकाब करते हुए कहा है कि, इज़रायल द्रूज़ समुदाय के ज़रिए अरब देशों को तोड़ने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने अल-मयादीन को दिए बयान में कहा कि सीरिया के दक्षिणी सूवैदा प्रांत में एक राजनीतिक समाधान की जरूरत है।

उन्होंने सूवैदा के लोगों से अपील की कि इज़रायल की उकसावे की कोशिशों और फितना फैलाने वाली चालों से सतर्क रहें। साथ ही उन्होंने सीरिया के द्रूज़ समुदाय के आध्यात्मिक नेता शैख़ हिकमत अल-हिजरी से मांग की कि, वो एक ऐतिहासिक स्टैंड लें और यह बताएं कि उन पर किसने दबाव डाला।

दरअसल, शैख़ हिकमत अल-हिजरी ने एक वीडियो संदेश में कहा था कि सीरियाई सरकार और कुछ विदेशी ताक़तों ने उन पर दबाव डालकर एक शर्मनाक बयान जारी करवाया जिसमें कहा गया कि “हम देश के गृह और रक्षा मंत्रालय की सूवैदा में तैनाती का स्वागत करते हैं और वहां मौजूद सशस्त्र गुटों से अपील करते हैं कि वे विरोध न करें और अपने हथियार सरकार को सौंप दें”।

इसके बाद भी सूवैदा में हथियारबंद गुटों ने आम लोगों पर बर्बर हमले किए, जिसकी जुम्बलात ने निंदा की और कहा कि अब समय है कि एक इज़्ज़तदार और ऐतिहासिक स्टैंड लिया जाए।

लेबनान के द्रूज़ समुदाय के एक और प्रमुख धार्मिक नेता शैख़ नसरुद्दीन ग़रीब ने भी सूवैदा में हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि यह हमले सीरिया की पहचान, उसके इतिहास और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की साज़िश हैं, और इसका मकसद देश को तोड़ना है। उन्होंने एकता के साथ सीरिया को बचाने का आह्वान किया।

यह बयान उस वक़्त आया है जब अबू मुहम्मद अल-जूलानी के गुटों ने सूवैदा पर हमला करके 200 से ज्यादा लोगों को मार डाला, और पूरा इलाका जंग का मैदान बन गया। इसी दौरान इज़रायल ने भी “द्रूज़ों की रक्षा” के बहाने सूवैदा पर बड़े पैमाने पर हमले शुरू कर दिए हैं, जबकि वास्तव में वो सीरिया को टुकड़ों में बांटने की अपनी योजना को अंजाम दे रहा है।

इज़रायली सरकार ने भी अब जुलानी के खिलाफ धमकी भरे और अपमानजनक बयान देने शुरू कर दिए हैं, जबकि हाल के दिनों में उनके बीच संबंध सामान्य करने को लेकर बातचीत की खबरें सामने आई थीं।

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