सऊदी अरब और यूएई को अमेरिका और इस्राईल से कोई फायदा नहीं
यमन के हुदैदह प्रांत के क़बीलों के सरदारों ने यमन जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रमुख अब्दुल मालिक हौसी से मुलाक़ात की.
सय्यद अब्दुल मलिक अल हौसी ने कहा कि यमन की जनता ने अल्लाह, और अपने देश की जानता से किए हुए वादों को पूरा कर दिया. उन्होंने पानी बहादुरी, फ़िदाकारी और बलिदान से दुश्मन के अरमानों पर पानी फेर दिया और उन्हें और उनकी साज़िशों को नाकाम बना दिया.
हौसी ने हुदैदह प्रांत को यमन की मज़लूमी का प्रतीक बताते हुए कहा कि यमन के जियालों ने अपनी बहादुरी और वफादारी से अल्लाह, इस्लामी उम्माह और देश की जनता से किए हुए वादे को वफ़ा कर दिया. सऊदी गठबंधन ने हुदैदह बंदरगाह और यहाँ के मछुआरों को निशाना बनाकर यमन की जानता के दुखों में बेशुमार इज़ाफ़ा किया है.
अब्दुल मलिक हौसी ने कहा कि हुदैदह प्रांत और यमन के अन्य भागों में सऊदी गठबंधन के अत्याचार इस अतिक्रमणकारी गठबंधन के काले कारनामों का सबसे बड़ा अध्याय हैं. उन्होंने कहा कि हुदैदह कृषि उत्पादन के क्षेत्र में देश का सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है. यमन से गरीबी को मिटाने के लिए सभी को कृषि क्षेत्र पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
सय्यद अब्दुल मलिक ने यमन पर हमले करने पर सऊदी गठबंधन की आलोचना करते हुए कहा कि खुदा का शुक्र है कि आले सऊद और संयुक्त अरब अमीरात का घंण्ट और अहंकार चकनाचूर हो चुका है. उन्हें अमेरिका और इस्राईल पर भरोसा कर के भी कुछ हासिल नहीं हुआ है.
बता दें कि यमन की संपूर्ण नाकाबंदी के समय से ही हुदैदह यमन की शहरग की तरह बना हुआ है . सऊदी गठबंधन ने इस प्रनत पर क़ब्ज़े के लिए कई बार व्यापक हमले किए हैं लेकिन हर बार यमन की जानता के प्रतिरोध के आगे घुटने टेकने पड़े.