फिलिस्तीन सुलग रहा है, कभी भी छिड़ सकता है संघर्ष फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक में इस्राईल की हालिया हमलों में 3 फिलिस्तीनी जवानों की मौत और क़ुद्स से दो फिलिस्तीनी परिवारों को जबरन बाहर निकालने के इस्राईल के फैसले ने फिलिस्तीन संकट को फिर खतरनाक मोड़ पर ला खड़ा किया है।
यरुशलम उबल रहा है, फिलिस्तीन सुलग रहा है, मस्जिदे अक्सा पर निरंतर हमले और अवैध आवासीय इकाइयों में रहने वाले अप्रवासी यहूदियों की उकसाने वाली कार्रवाईयां क्षेत्र में नए संकट के उत्पन्न होने का कारण बन सकती हैं।
रायुल यौम की रिपोर्ट के अनुसार अतिगृहित यरूशलम में इस्राईली सेंट्रल कोर्ट ने सलवान के बाहरी इलाकों में रहने वाले दो फिलिस्तीनी परिवारों को स्थांतरित करने के फैसले के खिलाफ की गई अपील को स्थगित कर दिया है।
सेंट्रल कोर्ट का यह निर्णय और मस्जिदे अक़्सा पर अवैध आवासीय इकाइयों में रहने वाले अप्रवासी यहूदियों के निरंतर हमले यरूशलम में तनाव बढ़ा रहे हैं।
11 दिनों तक चलने वाले हालिया ग़ज़्ज़ा संघर्ष का कारण भी क़ुद्स में इस्राईल की बर्बर कार्यवाई और फिलिस्तीनी परिवारों को शैख जर्राह क्षेत्र से निकालने की कोशिश थी।
मस्जिदे अक्सा के दक्षिण में स्थित सलवान में रहने वाले दो फिलिस्तीनी परिवारों को जबरन स्थानांतरित करने के सेंट्रल कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार के लिए दाखिल की गई याचिका को कोर्ट ने 5 जुलाई के लिए स्थगित कर दिया है।
फिलिस्तीनी लोगों को उनके घरों से निकालने के इस्राईली अभियान और मस्जिदे अक्सा पर अप्रवासी यहूदियों के हमलों के कारण यह क्षेत्र उबल रहा है। फिलिस्तीन धीरे धीरे सुलग रहा है जो किसी भी समय भीषण संघर्ष का रूप ले सकता है।