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लेबनान को सच बोलने की सजा, सऊदी अरब ने राजदूत बुलाया

लेबनान को सच बोलने की सजा, सऊदी अरब ने राजदूत बुलाया

लेबनान पिछले काफी समय से ही गंभीर संकटों का सामना कर रहा है। ऐसे में अरब देशों के साथ उसके संबंधों में तनाव नए संकट को जन्म दे सकता है।

लेबनान के सूचना मंत्री के एक सच ने सऊदी अरब और बहरैन समेत कई अरब देशों को क्रोधित कर दिया है। सऊदी अरब और बहरैन सहित कुछ अरब देश लेबनान पर उस वक्त अत्यधिक क्रोधित हो गए जब लेबनान के सूचना मंत्री जॉर्ज करज़ही ने लेबनान और क्षेत्रीय संकट में इन अरब देशों की नकारात्मक भूमिका को लेकर सच्चाई उजागर कर दी जिस से तिलमिलाए सऊदी अरब ने लेबनान के राजदूत को देश छोड़ने का आदेश देते हुए बैरुत से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है।

लेबनान के सूचना मंत्री जॉर्ज ने हाल ही में एक बयान देते हुए कहा था के लेबनान पर इस्राईल के हमलों का मुकाबला करते हुए हिज्बुल्लाह ने देश की रक्षा की है यही काम यमन में अंसारुल्लाह जन आंदोलन और वहां की जनता कर रही है। यमन पर सऊदी अरब ने हमले किए हैं यमनी जनता या अंसारुल्लाह ने सऊदी अरब पर हमले नहीं किए।

आई मॉनिटर 24 की रिपोर्ट के अनुसार लेबनानी सूचना प्रसारण मंत्री के बयान से बेहद नाराज सऊदी अरब ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए बैरुत से अपने राजदूत को वापस बुलाते हुए लेबनान से सऊदी अरब के लिए किसी भी तरह के आयात पर पाबंदी लगा दी है।

सऊदी अरब ने लेबनानी मंत्री के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि लेबनान प्रशासन दोनों देशों के बीच सुधार की प्रक्रिया का ख्याल नहीं रख रहा है और इस कारण हालात और संगीन होते जा रहे हैं। विदेश नीति में सऊदी अरब का पिछलग्गू कहलाने वाले बहरैन ने भी लेबनानी राजदूत को 48 घंटे के अंदर अंदर मनामा से चले जाने के लिए कहा है।

वहीँ इस पूरे घटनाक्रम पर लेबनान के एमटीवी ने अपने सूत्रों के हवाले से खबर देते हुए कहा है कि जल्द ही खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों की ओर से भी लेबनान के राजदूतों को देश छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।

याद रहे कि लेबनान को राजनीतिक एवं आर्थिक रूप से अपने नियंत्रण में करने का प्रयास कर रहा सऊदी अरब पिछले कई वर्षों से लेबनान को लेकर आक्रोशित है। प्रधानमंत्री नजीब मीकाती ने सऊदी अरब के फैसले पर खेद जताते हुए कहा है कि लेबनान का अरब देशों के साथ अपने संबंधों को लेकर हमेशा ही सकारात्मक रुख रहा है।

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