इज़रायली सैन्य बलों का जमावड़ा, हिज़बुल्लाह के हमले का निशाना बना
लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह द्वारा किए गए नवीनतम हमलों ने एक बार फिर क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है। गुरुवार तड़के हिज़्बुल्लाह ने जानकारी दी कि उसने दक्षिणी लेबनान और उत्तरी कब्जे वाले फिलिस्तीन में इज़रायली सेना के ठिकानों को छह बार निशाना बनाया है। हिज़्बुल्लाह ने एक बयान में कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान के मारून अल-रास शहर के आसपास इज़रायली सेना की गतिविधियों पर तीन बार हमला किया।
इस हमले में, हिज़्बुल्लाह ने उन स्थानों पर मिसाइलें दागी जहाँ पर इज़रायली सैनिक एकत्र थे, जिससे इज़रायली सेना में खलबली मच गई। अल-जज़ीरा नेटवर्क ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि हिज़्बुल्लाह ने दक्षिणी लेबनान के “बिन्त जाबील” और “अल-अदीसा” शहरों में तथा उत्तरी कब्जे वाले फिलिस्तीन के सासाअ नामक इज़रायली बस्ती में भी सैनिकों के जमावड़े पर मिसाइल हमले किए।
इस घटना से लेबनान-इज़रायल सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया है। इज़रायली सेना ने भी इन हमलों का जवाब देने के लिए अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है और क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है। इन हमलों को लेकर इज़रायली मीडिया में भी हंगामा है, और कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इज़रायली सेना ने भी लेबनान की सीमाओं पर जवाबी कार्रवाई की तैयारी की है। अलबता इज़रायली सेना जवाबी कार्यवाई में केवल आम नागरिकों को ही निशाना बनाती है।
हिज़्बुल्लाह के इस हमले को इज़रायली कब्जे वाले फिलिस्तीन में हो रहे इज़रायली कार्यों के खिलाफ एक प्रतिरोधी कदम के रूप में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस संघर्ष का सीधा असर लेबनान और इज़रायल के आपसी संबंधों पर पड़ सकता है और इससे पश्चिमी एशिया में पहले से मौजूद संघर्ष और अधिक गहरा हो सकता है। फ़िलहाल हिज़्बुल्लाह ने अपने हमलों से यह संकेत दे दिया है कि, वह अपनी ज़मीन पर होने वाले किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।