इज़रायल ने ग़ाज़ा में युद्ध-विराम वार्ता का बहिष्कार किया

इज़रायल ने ग़ाज़ा में युद्ध-विराम वार्ता का बहिष्कार किया

संयुक्त राज्य,अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता में क़ाहिरा में इज़रायल और हमास के बीच संघर्ष विराम प्रयासों को झटका लग सकता है। हमास द्वारा बंधकों की सूची सौंपने से इनकार करने के बाद इज़रायल ने ग़ाज़ा में युद्ध समाप्त करने के लिए काहिरा वार्ता का बहिष्कार कर दिया है। इज़रायल ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की पूरी सूची मांगी, जिसे हमास ने उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया।

रविवार को ही हमास का एक प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए क़ाहिरा पहुंचा और 6 सप्ताह के लिए युद्ध-विराम वार्ता के सफल होने की उम्मीद थी, लेकिन इज़रायल का प्रतिनिधिमंडल मौजूद नहीं था। रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने इज़रायली अधिकारियों की स्थिति के बारे में इज़रायली मीडिया में आई रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि क़ाहिरा में कोई इज़रायली प्रतिनिधिमंडल नहीं है।

इन सूत्रों का दावा है कि हमास ने सवालों के जवाब नहीं दिया है, इसलिए इज़रायली प्रतिनिधिमंडल के जाने का सवाल ही नहीं उठता। इससे पहले, संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा था कि युद्ध-विराम समझौता अपने अंतिम चरण में है, जिसके तहत रमज़ान से पहले लड़ाई रोक दी जाएगी, लेकिन पार्टियों ने न तो सार्वजनिक रूप से ऐसी संभावनाएँ दिखाई हैं और न ही अपनी मांगों से पीछे हटे हैं।

इज़रायल शर्तें माने तो युद्धविराम संभव: हमास
हमास प्रतिनिधिमंडल के काहिरा पहुंचने के बाद एक अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि वे अभी तक किसी समझौते को अंतिम रूप देने के करीब नहीं हैं, जबकि इज़रायल की ओर से कोई बयान नहीं आया है। हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अगर इज़रायल मिस्र में चल रही बातचीत के दौरान हमास की शर्तें मान लेता है तो 24 से 48 घंटों के भीतर ग़ाज़ा में युद्ध-विराम संभव हो सकता है।

एएफपी के मुताबिक, हमास नेता ने क़ाहिरा में चल रही बातचीत की संवेदनशीलता के कारण नाम न छापने की शर्त पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि अगर इज़रायल उत्तरी ग़ाज़ा में विस्थापित फिलिस्तीनियों की सहायता और वापसी बढ़ाने पर सहमत होता है, तो इस विकास से अगले 24 से 48 घंटों में युद्धविराम समझौता हो सकता है।

ग़ाज़ा में तत्काल युद्ध-विराम होना चाहिए: कमला हैरिस
अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने ग़ाज़ा में तत्काल युद्ध-विराम का आह्वान किया है और इज़रायल से मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि “इज़रायल को फ़िलिस्तीनियों को मदद पहुंचाने में तेज़ी दिखानी चाहिए, अब कोई बहाना नहीं चलेगा। कमला हैरिस की यह अपील राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन द्वारा युद्ध रोकने के लिए की गई अब तक की सबसे मजबूत अपीलों में से एक है।

उन्होंने हमास से बंधकों की रिहाई की इज़रायल की मांग को स्वीकार करने और युद्ध-विराम का मार्ग प्रशस्त करने की भी अपील की। कमला हैरिस ने कहा, अब युद्ध-विराम होना चाहिए, बंधकों को उनके परिवारों से मिलाया जाना चाहिए और ग़ाज़ा के लोगों को तत्काल राहत मिलनी चाहिए।” बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने बताया था कि ग़ाज़ा की घेराबंदी वाले इलाक़े में अकाल पड़ा है।

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