Site icon ISCPress

इराक ने कुवैत पर हमला करने के हर्जाने में 52 अरब डॉलर चुकाए

इराक ने कुवैत पर हमला करने के हर्जाने में 52 अरब डॉलर चुकाए 1990 में कुवैत पर हमला करने के दुष्परिणाम इराक आज तक भुगत रहा है।

इराक ने कुवैत पर हमला करने के हर्जाने स्वरूप इस देश को 52 अरब डालर से अधिक की रकम चुका दी है। इराक के सूत्रों ने केंद्रीय बैंक के हवाले से खबर देते हुए कहा है कि बगदाद ने कुवैत पर हमले के हर्जाने के रूप में दी जाने वाली रकम की आखिरी किश्त भी इस देश को अदा कर दी है।

इराक के केंद्रीय बैंक ने कुवैत को हर्जाने कि रक़म चुकाने के संबंध में खबर देते हुए कहा है कि उसने हर्जाने की आखिरी किश्त भी कुवैत को अदा कर दी है। शफ़क़ न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इराक के केंद्रीय बैंक ने एक बयान जारी करते हुए ऐलान किया है कि कुवैत को हर्जाने के रूप में दी जाने वाली रकम की आखिरी किश्त भी अदा कर दी गई है।

केंद्रीय बैंक ने अपने बयान में कहा है कि आखिरी किश्त की अदायगी के साथ ही इराक ने ५२,4 अरब अमेरिकी डॉलर का हर्जाना अदा कर दिया है। केंद्रीय बैंक ने उम्मीद जताई है कि हर्जाने की साड़ी रक़म अदा करने के बाद इराक को संयुक्त राष्ट्र के अनुबंध sat से हटा दिया जाएगा और हमें फिर से वैश्विक बैंक सिस्टम में शामिल है किया जा सकेगा ताकि हम आर्थिक स्रोतों से लाभान्वित हो सके।

याद रहे कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1991 में एक कमेटी गठित की थी ताकि बगदाद 1990 में कुवैत पर इराक पर हमले के दौरान नुकसान उठाने वाली सरकारी कंपनियों, आम नागरिकों एवं विभिन्न कंपनियों को हर्जाना दे सके। 2015 से 2017 के बीच आईएसआईएस के विरुद्ध संघर्ष कर रहे इराक ने कुवैत को हर्जाने की रकम की अदाएगी रोक दी थी, लेकिन 2018 में एक बार फिर केंद्रीय बैंक ने कुवैत को हर्जाने की रकम की अदायगी करना शुरू कर दिया था।

इराक अपने तेल आमदनी का एक भारी हिस्सा हर्जाने के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ के एकाउंट में जमा कराता रहा है।

 

Exit mobile version