सऊदी अरब के कच्चे तेल के बजाए यूएई का तेल भंडार करेगी भारतीय कंपनी भारतीय कंपनी इंडियन पैट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड आईएसपीआर कच्चे तेल भंडारण के लिए बनाए गए अपने भंडारण सुविधा में सऊदी अरब की जगह अब यूएई के कच्चे तेल को जगह देगी।
सऊदी अरब के स्थान पर आईएसपीआरएल अब अपने भंडारण में संयुक्त अरब अमीरात के कच्चे तेल का भंडार करेगी। याद रहे कि भारत तेल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता एवं आयातकर्ता है।
दक्षिणी भारत में तीन अहम बिंदुओं पर तेल का भंडार किया जाता है जिसमें अधिकतम 5 मिलियन टन अर्थात 37 मिलियन बैरल तेल जमा किया जाता है सकता है।
भारत की तेल नीतियों में बदलाव की बोत स्वीकोर करते हुए आईएसपीआरएल के प्रबंधक निदेशक एचपीएस आहूजा ने कहा कि भारत ने अपनी तेल नीति में बदलाव लाते हुए अपनी तेल सुविधाओं को भारतीय एवं विदेशी कंपनियों को किराए पर देने के नियमों में भारी छूट दी है।
आई मॉनिटर 24 की रिपोर्ट के अनुसार अबू धाबी की राष्ट्रीय तेल कंपनी एडनॉक ने कर्नाटक के मेंगलौर में आईएसपीआरएल के साथ हुए एक समझौते में इस कंपनी के दो भंडारों को किराए पर लिया है जहां वह अपना कच्चा तेल रख सकती है। कहा जा रहा है कि समझौते के तहत कंपनी के भूमिगत भंडार में आपात जरूरत के लिए कच्चे तेल का भंडारण किया जाएगा।
आपको बता दें कि आईएसपीआरएल ने 5.33 मिलियन टन क्षमता वाले तीन भंडार बनाए हुए हैं। विशाखापट्टनम में स्थित भंडार की क्षमता 1.33 टर्न मेंगलौर की 1 पॉइंट 5 मिलियन टन और पदूर की 2.5 मिलियन टन है। यह तेल भंडार देश की तेल जरूरतों को 9 से 10 दिनों तक पूरा कर सकते हैं।
सरकार ने जून 2018 में ही उड़ीसा के चांदीखोल में भी 40 मिलियन टन और बदनोर में 2.5 मिलियन टन क्षमता वाले दो नए तेल भंडार बनाए जाने की घोषणा की थी। इन तेल भंडारों के बन जाने के बाद यह तेल भंडार मिलकर देश की 21 दिनों की तेल जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे।