दक्षिणी लेबनान में युद्ध-विराम समझौते का उल्लंघन 

दक्षिणी लेबनान में युद्ध-विराम समझौते का उल्लंघन 

अल-मनार और अल-मयादीन नेटवर्क के पत्रकारों ने रिपोर्ट किया है कि इज़रायली शासन ने थोड़ी देर पहले लेबनान के अल-तयबा शहर की ओर 4 गोलियों से तोपों से हमला करके युद्ध-विराम का उल्लंघन किया। कुछ स्रोतों ने यह भी बताया कि इस हमले में एक लेबनानी नागरिक घायल हो गया है और इज़रायली सेना ने लेबनान के दक्षिण में रमिश शहर को भी गोलों से निशाना बनाया है।

इससे पहले, लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने यह रिपोर्ट दी थी कि इज़रायली सेना ने अइता अल-श़आब और दक्षिणी लेबनान के दो अन्य शहरों, मारून अर-रेस और ऐतिरोन के पास मोर्टार हमले किए थे। लेबनानी मीडिया के अनुसार, इज़रायली सेना ने पिछले रात भी अइता अल-श़आब और बेंट जबील शहरों को तोपों से निशाना बनाया था।

यह खबर दक्षिणी लेबनान में इज़रायली सेना द्वारा युद्धविराम के उल्लंघन की रिपोर्ट के बारे में है। यह घटनाएं इस्लामी प्रतिरोध संगठन हिज़्बुल्लाह और इज़रायली सेना के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान सामने आई हैं।

युद्ध-विराम का उल्लंघन: लेबनान के प्रमुख समाचार चैनल अल-मनार और अल-मयादीन ने रिपोर्ट किया है कि इज़रायली सेना ने युद्धविराम की स्थिति के बावजूद, लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित अल-तयबा शहर पर चार गोलियां दागी। इस हमले के बाद, यह स्पष्ट हो गया कि इज़रायली सेना ने जानबूझकर युद्ध-विराम का उल्लंघन किया।

आहत नागरिक: कुछ रिपोर्टों के अनुसार, इस हमले में एक लेबनानी नागरिक घायल हो गया है। इसके अलावा, इज़रायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के रमिश शहर को भी गोलाबारी से निशाना बनाया। यह इस बात की पुष्टि करता है कि इज़रायली सेना की ओर से लगातार हमले जारी हैं, जबकि युद्ध-विराम लागू था।

मोर्टार हमले: लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने पहले यह बताया था कि इज़रायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के अइता अल-श़आब और दो अन्य शहरों, मारून अर-रेस और ऐतिरोन, पर मोर्टार हमले किए। ये हमले भी इज़रायली सेना की ओर से किए गए जो युद्ध-विराम के उल्लंघन का एक हिस्सा थे।

पिछली रात का हमला: इससे पहले, रात के समय इज़रायली सेना ने अइता अल-श़आब और बेंट जबील शहरों को गोलाबारी से निशाना बनाया था। ये दोनों शहर दक्षिणी लेबनान के हिज़्बुल्लाह समर्थित क्षेत्र में स्थित हैं।

हिज़्बुल्लाह का बयान

हिज़्बुल्लाह के नेता और लेबनानी संसद के सदस्य हुसैन अल-हाज हसन ने अल-जज़ीरा से बात करते हुए पुष्टि की कि इज़रायली सेना ने युद्ध-विराम के पहले ही दिन यह उल्लंघन किया था। उन्होंने बताया कि इस उल्लंघन के कारण कुछ लेबनानी नागरिकों में भय और चिंता पैदा हुई है, खासकर उन नागरिकों में जो अपनी जानी-मानी जगहों, घरों और गांवों की ओर लौट रहे थे।

यह घटनाएं इस तथ्य को उजागर करती हैं कि इज़रायली सेना की ओर से लगातार संघर्ष और हमलों का सिलसिला जारी है, जबकि युद्ध-विराम समझौता लागू है। लेबनान के नागरिकों के लिए यह स्थिति असुरक्षा और तनाव का कारण बन गई है।

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