इस्राईल पर चीन से कारोबारी रिश्ते तोड़ने का दबाव बना रहा है अमेरिका इस्राईल के प्रख्यात समाचार पत्र मआरीव ने खबर देते हुए कहा है कि अमेरिका इस्राईल पर दबाव बना रहा है कि वह चीन से अपने आर्थिक संबंधों को खत्म कर दे।
इस्राईल और चीन के आर्थिक संबंधों से नाराज अमेरिका का प्रयास है कि तल अवीव बीजिंग के साथ अपने आर्थिक संबंधों को खत्म कर दे।
इस्राईल के समाचार पत्र मआरीव ने रिपोर्ट देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है लेकिन अमेरिका की ओर से यह दबाव ऐसे वक्त बनाया जा रहा है जब तल अवीव में हमारी रेलवे योजना दिन प्रतिदिन टलती जा रही है।
आई मॉनिटर 24 के अनुसार मआरीव ने अपनी रिपोर्ट में कहा है बाइडन प्रशासन के अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के प्रमुख को उकसा रहे हैं कि इस्राईल चीन के साथ अपने आर्थिक संबंधों को खत्म कर दे।
इस रिपोर्ट के अनुसार इस्राईल की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के प्रमुख अयाल होलता की वाशिंगटन यात्रा के दौरान बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें चेताते हुए इस्राईल के मूल आधारभूत ढांचे में चीन के निवेश के खतरों को लेकर है आगाह किया। अमेरिकी अधिकारियों ने इस्राईल को अप्रत्यक्ष रूप से चीन के साथ आर्थिक संबंधों को खत्म करने हैं के लिए उभारते हुए कहा कि इस्राईल विदेशी निवेश के लिए अपने सिस्टम को थोड़ा और मजबूत बनाए।
कहा जा रहा है कि इस्राईल के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने भी इस्राईल के प्रधानमंत्री नफताली बैनेट को पेशकश की है कि वह चीन की ओर से इस्राईल में भारी निवेश की पेशकश को देखते हुए एक उच्च कमेटी बनाए जो इस्राईल में विदेशी निवेश पर गहरी नजर रखे।
वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों की ओर से नई समिति के गठन की पेशकश की गई है यह समिति वर्तमान कमेटी की जगह लेगी जो वित्त मंत्रालय की देखरेख में काम करती है। हालांकि अभी इस्राईली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन इस्राईल को अमेरिका ने यह नसीहत उस समय की है जब पहले ही तल अवीव अपनी रेल परियोजना को लेकर संकट में घिरा हुआ है।
चीन अगर इस्राईल को लुभाने में कामयाब रहता है तो इस्राईल और अमेरिका के संबंधों में तनाव बढ़ना तय है। विशेष कर इसलिए भी क्योंकि इस्राईल के लाख विरोध के बावजूद भी अमेरिका ईरान के साथ समझौते में पलटने का इच्छुक है।