पश्चिम बंगाल, राम नवमी पर 1000 से अधिक सशस्त्र जुलूस निकालेगा आरएसएस

पश्चिम बंगाल, राम नवमी पर 1000 से अधिक सशस्त्र जुलूस निकालेगा आरएसएस

राम नवमी के अवसर पर पश्चिम बंगाल पर विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विशेष ध्यान होगा। कहने को तो रविवार को भाजपा की ओर से कोई रैली या जुलूस नहीं निकाला जाएगा लेकिन विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता पूरे पश्चिम बंगाल में 1000 से अधिक जुलूस निकालने की तैयारी में जी जान से जुट गए हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल में राम नवमी के जुलूस के अवसर पर शस्त्र पूजा को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगर रामनवमी के जुलूस में हिंदुओं के हाथ में शस्त्र नहीं होंगे तो क्या हाथ में लड्डू होंगे ? भाजपा सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल में आरएसएस की ओर से होने वाले जुलूस में भाजपा सांसदों और विधायकों को शामिल होने के लिए पहले ही निर्देशित कर दिया गया है।

दिलीप घोष ने कहा है कि वह खड़गपुर में होने वाले ऐसे ही कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे तथा उनके पास हथियार भी होंगे। दिलीप घोष ने उल्टे सवाल पूछते हुए कहा कि अगर राम के नाम पर निकलने वाले जुलूस में कोई हथियार नहीं होगा तो क्या लड्डू होंगे ?

बता दें कि कोरोनावायरस के कारण आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद ने 2020-21 में रामनवमी के जुलूस नहीं निकाले थे लेकिन इस बार राज्य के अलग-अलग क्षेत्र में बड़े पैमाने पर राम नवमी के कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की जा रही है। आर एस एस और हिंदू परिषद जिला स्तर पर बहुत पहले ही तैयारी के निर्देश जारी कर चुके हैं।

विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि राज्य के हर प्रखंड में कोई ना कोई कार्यक्रम होगा। खड़गपुर, मेदिनीपुर समेत प्रदेश के कई बड़े शहरों में भव्य स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे तथा बड़े पैमाने पर जुलूस निकाले जाएंगे। दोनों हिंदुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ता और समर्थक हथियार लेकर जुलूस में शामिल होंगे। संगठन के प्रवक्ता पारिजात चक्रवर्ती ने कहा है कि हम किसी को हथियार लेकर आने के लिए नहीं कहेंगे लेकिन रामनवमी के जुलूस में हथियार लाने का चलन है और कोई भी लेकर आ सकता है।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने हथियारों के साथ जुलूस की जरूरत पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि वह शनिवार की शाम खड़गपुर जाएंगे। यहां कई जुलूस निकाले जाएंगे। जुलूस के अंत में एक सभा होगी। जुलूस और सभा में भाग लेने वाले लोगों के हाथों में हथियार होंगे या नहीं ? इस सवाल के जवाब में दिलीप घोष ने कहा कि हिंदू सत्ता और शास्त्र को पूजते हैं। सभी देवी देवताओं के हाथ में शस्त्र हैं। राम भी एक योद्धा थे अब अगर उस राम के नाम पर जुलूस में शस्त्र नहीं होगा तो क्या लड्डू होंगे ?

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