उत्तर प्रदेश: भाजपा विधायकों पर सबसे ज़्यादा आपराधिक मामले : ADR की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में चुनाव नज़दीक आने के बाद हर पार्टियों ने अपनी सरगर्मियों को तेज़ कर दिया है इसी बीच उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने नेताओं की संपत्ति, उनपर दर्ज मुकदमे और उनकी शिक्षा का ब्यौरा खंगालने के बाद जो रिपोर्ट दी है वो चौका देने वाली है
ADR ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि 2017 में विधानसभा चुनाव व उपचुनाव में मौजूदा विधायकों ने जो शपथ पत्र दाखिल किए थे उनमे से मौजूदा विधानसभा में 35 फीसदी विधायकों पर अपराधिक मामले दर्ज रहे जिनमें भाजपा के सर्वाधिक 106 विधायक शामिल हैं. इतना ही नहीं अपराधिक छवि के विधायकों के साथ-साथ करोड़पति विधायक भी सबसे ज्यादा भाजपा में ही हैं.
ग़ौर तलब है कि ADR सर्वे में इस बात को ज़िक्र किया गया है कि यूपी में 140, यानी 35 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इन 140 विधायकों में 106 विधायक ऐसे हैं जिन पर हत्या, लूट, डकैती और दंगे जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
अगर हम पार्टीवार दागी विधायकों की बात करें, तो भाजपा के 304 विधायकों में से 106 पर, सपा के 49 में से 18 पर, बीएसपी के 18 में से 2 पर और कांग्रेस के 1 विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
आपराधिक मामलों के साथ साथ मौजूदा विधानसभा के कुल 396 विधायकों में 313 यानी 79 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं. सबसे ज़्यादा करोड़पति विधायक भाजपा में हैं. सर्वे से इस बात का भी पता चलता है कि भाजपा 235, सपा के 42, बीएसपी के 15 और कांग्रेस के 5 विधायक करोड़पति हैं. हर विधायक की औसत संपत्ति 5.85 करोड़ है.
अपराध और संपत्ति के साथ-साथ मौजूदा विधायकों के ऊपर देनदारियां भी कम नहीं थीं. रिपोर्ट में पाया गया कि 49 विधायकों पर एक करोड़ से ज़्यादा की देनदारी थी, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी पर 26 करोड़, नेचतुर विधानसभा से विधायक ओम कुमार पर 11 करोड़, इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा से विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह पर 9 करोड़ की घोषित देनदारी रही.
ADR के सर्वे से ये भी पता चलता है कि उत्तर प्रदेश के विधायकों की शिक्षा का भी विश्लेषण किया. रिपोर्ट के अनुसार, कुल 396 विधायकों में 95 विधायक आठवीं से 12वीं पास है. 290 विधायक ग्रेजुएट हैं, 4 विधायक साक्षर भर है, 5 विधायक डिप्लोमा होल्डर हैं.