देश की जनता बदलाव के लिए व्याकुल है: शरद पवार
बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने दावा किया कि ‘लोगों का मन लगातार बीजेपी विरोधी होता जा रहा है। देश की जनता बदलाव के लिए व्याकुल है। अगर लोगों का मन ऐसा ही रहा तो आने वाले चुनावों में देश कई अहम बदलाव देखेगा।
उन्होंने कहा कि देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मुझे लगता है कि भाजपा विरोधी लहर चल रही है। हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव के बाद महसूस किया जा रहा है कि लोग बदलाव के लिए कितना बेचैन हैं। अगर लोगों का मन लगातार बीजेपी विरोधी रहा तो आने वाले चुनाव में देश में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके लिए किसी ज्योतिषी की जरूरत नहीं है।
गौरतलब हो कि शरद पवार ने यह बात राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर किए गए दावे के बाद कही है। उन्होंने कहा कि, अगले 3 से 4 विधानसभा चुनावों में बीजेपी का पूरी तरह से सफाया हो जाएगा। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में इस साल के अंत में चुनाव होने वाले हैं।
एनसीपी चीफ़ ने आगे कहा कि, देश की ज्यादातर जनता बीजेपी को वोट नहीं देगी। लोग इस बात से वाकिफ हैं कि बीजेपी और आरएसएस का यह अभियान खत्म नहीं होने वाला है। इतना ही नहीं, मैं यहां एक छोटी सी भविष्यवाणी भी करूंगा कि अगले 3-4 विधानसभा चुनावों में आप देखेंगे कि हम बीजेपी का सामना करेंगे और उसका सफाया कर देंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में उनके लिए स्थिति अनुकूल नहीं होगी।
हम उसी तरह चुनाव लड़ेगे जैसे हमने कर्नाटक में चुनाव लड़ा था और जीते थे, लेकिन अगर आप मीडिया से यह सवाल पूछेंगे तो उनके मुताबिक ऐसा नहीं होगा। साफ है कि देश की 60 फीसदी जनता बीजेपी को वोट देने के पक्ष में नहीं है। आपको यह याद रखना चाहिए। बीजेपी हर चीज को अपने नियंत्रण में समझने लगी है। इसलिए वह चिल्लाएगी, चीख़ेगी, अराजकता फैलाएगी और नारे लगाएगी, लेकिन देश की विशाल आबादी उसके साथ नहीं होगी।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के बाद कर्नाटक दूसरा ऐसा राज्य है जहां कांग्रेस ने बीजेपी को मात दी है। मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस बीजेपी को हराने की तैयारी कर रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दल एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ खड़े होने की तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले कुछ महीनों में कई विपक्षी दलों से मिल चुके हैं। इस संबंध में 12 जून को पटना में विभिन्न विपक्षी दलों की बैठक होने की संभावना है, जिसमें सभी दलों के प्रमुख मौजूद रहेंगे।