डिजिटल करेंसी शुरू करेगा रिज़र्व बैंक, बजट से मध्य वर्ग को फिर मायूसी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश कर रही हैं। मोदी सरकार का वित्त वर्ष 2022-23 वित्त मंत्री सीतारमण पेश कर रही हैं। इस बजट में मध्यवर्ग को फिर कुछ हाथ नहीं लगा है। हालाँकि इस बात पर सबकी निगाहें थी कि उन्हें टैक्स से कितनी राहत मिलेगी। मोदी सरकार के इस वर्ष के बजट में किसानों के लिए क्या सौगात होगी इस पर बी देश भर की नजरें जमी हुई थी।
डिजिटल करेंसी को लेकर वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि भारतीय रिजर्व बैंक जल्दी ही डिजिटल करेंसी शुरू करेगा। अपना चौथा आम बजट पेश कर रही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई घोषणाएं की हैं। महिलाओं और युवाओं के लिए भी केंद्रीय वित्त मंत्री के बजट में क्या प्रावधान होंगे इसको लेकर भी सबकी नजरें आम बजट पर बने हुई हैं।
वित्त मंत्री की ओर से पेश किए गए बजट में एक बार फिर मध्यवर्ग को मायूसी हाथ लगी है। मध्य वर्ग के लिए इनकम टैक्स स्लैब में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। वहीं सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा देते हुए पेंशन में टैक्स पर छूट का प्रावधान किया गया है। सड़क परिवहन मास्टर प्लान के लिए प्रधानमंत्री गति शक्ति को अंतिम रूप दिए जाने की घोषणा भी की गई है। किसानों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए डिजिटल खेती और केमिकल फ्री खेती की योजना भी बजट में बयान की गई है।
We are in the midst of the Omicron wave, the speed of our vaccination campaign has helped greatly. I am confident that ‘Sabka Prayaas’, we'll continue with strong growth: FM Sitharaman#Budget2022 pic.twitter.com/iWR95SnQWJ
— ANI (@ANI) February 1, 2022
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा है कि यह बजट अगले 25 सालों का ब्लूप्रिंट होगा। 60 लाख लोगों को नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है। वित्त मंत्री ने दावा किया है कि हमारी कोशिश देश भर के गरीब लोगों के जीवन में बदलाव लाना है। उन्होंने 400 नई वंदे भारत ट्रेन चलाने का भी ऐलान किया है।
वित्त मंत्री के सामने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की बड़ी चुनौती है। देश में कोरोना की तीसरे लहर का संकट है और ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यह बजट देश की आर्थिक स्थिति में बूस्टर का काम करेगा। आम करदाता समेत हर क्षेत्र का नागरिक उन से राहत की उम्मीद कर रहा है। पिछले वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी। माना जा रहा है कि गिरावट कोरोना वायरस के कारण उपजे हालात से आई थी।