राउत का वार, एक विचारधारा वालों को ही जमानत दे रही है अदालत

राउत का वार, एक विचारधारा वालों को ही जमानत दे रही है अदालत

शिवसेना के फायर ब्रांड नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक की रिहाई की मांग वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट द्वारा ठुकराए जाने प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है।

संजय राउत ने न्यायपालिका पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद से एक विचारधारा वाले लोगों को ही जमानत मिल पा रही है। संजय राउत ने कहा कि यह जो “राहत घोटाला” कोर्ट में चल रहा है यह सब एक ही विचारधारा वाले लोगों को क्यों मिल रहा है ? क्या दूसरों को कोई राहत नहीं मिलेगी। देश की न्याय व्यवस्था में यह सबसे बड़ा घोटाला चल रहा है।

बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही मुंबई हाईकोर्ट ने भाजपा के दिग्गज घोटालेबाज़ नेता किरीट सोमैया को गिरफ्तारी से राहत देते हुए अंतरिम संरक्षण देने का आदेश दिया था। युद्धपोत आईएनएस विक्रांत के लिए एकत्र किए गए धन के कथित दुरुपयोग एवं धोखाधड़ी के मामले में आरोपी सोमैया को कोर्ट ने गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी थी।

संजय राउत ने कोर्ट के इस फैसले को राहत घोटाला बताया था। संजय राउत ने कहा कि केवल एक ही पार्टी के लोग अदालतों द्वारा दी जाने वाली राहत का लाभ हासिल कर रहे हैं। आईएनएस विक्रांत के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। अदालत से राहत का मतलब यह नहीं है कि कोई भ्रष्टाचार के कलंक से ही मुक्त हो गया है।

संजय राउत ने अदालतों के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहत घोटाला न्यायिक व्यवस्था पर बहुत बड़ा दाग है। यह अलकायदा और 26/11 के आतंकवादी अजमल कसाब से भी गंभीर है। एक ही पार्टी के लोग इस घोटाले का लाभ उठा रहे हैं। भाजपा नेता के घोटाले पर कड़ा रुख अपनाते हुए संजय राउत ने कहा कि विक्रांत की हेराफेरी का मामला समाप्त नहीं हुआ है। रुको और देखो, दोषियों को दंड जरूर मिलेगा।

शिवसेना नेता की ओर से अदालती कार्यवाही को राहत घोटाला नाम दिए जाने से नाराज इंडियन बार काउंसिल ने मुंबई हाई कोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ शिवसेना नेता द्वारा झूठे, निंदनीय एवं अवमानना पूर्ण आरोप लगाने के आरोप तथा अवमानना याचिका सह जनहित याचिका दायर की है ।

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