राजनाथ सिंह, चीन से सटे इलाकों में तेजी से करें सड़कों का विकास
बीआरओ के 63वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने वालों को अधिकतम सुविधाएं प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को सीमा सड़क संगठन से प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए तेजी से बुनियादी ढांचा विकसित करने को कहा। उन्होंने उल्लेख किया कि पर्वतीय क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों को अंजाम देकर चीन ने उत्तरी सेक्टर में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है।
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास सरकार की ‘व्यापक रक्षा रणनीति’ का एक प्रमुख हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह देश के समग्र सुरक्षा तंत्र को मजबूत करेगा। बीआरओ के 63वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत की सीमाओं की रक्षा करने वालों को अधिकतम सुविधाएं प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में उत्तरी सेक्टर में चीनी उपस्थिति बढ़ी है। पर्वतीय क्षेत्रों में निर्माण में अपनी दक्षता के कारण वे बहुत जल्द विभिन्न स्थानों तक पहुंचने का प्रबंधन करते हैं। उन्होंने कहा कि बीआरओ को समानांतर रूप से काम करना जारी रखना चाहिए और प्रौद्योगिकी के पूर्ण उपयोग के साथ अपनी क्षमता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। सिंह ने कहा कि सरकार बीआरओ को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध शुरू होने के बाद भारत 3,400 किलोमीटर से अधिक लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। सिंह ने देश की सुरक्षा और सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए वित्त वर्ष 2022-2023 में बीआरओ के पूंजीगत बजट को40 प्रतिशत बढ़ाकर3,500 करोड़ रुपये करने की हालिया घोषणा का उल्लेख किया।
सिंह ने कहा सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग जितने अधिक सशक्त होंगे वे उन क्षेत्रों की सुरक्षा के बारे में उतने ही अधिक जागरूक और चिंतित होंगे। नागरिक राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति हैं।