500 रूपये के नकली नोट छापने वाले गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में नकली नोट छापने और उन्हें बाजार में चलाने के आरोप में पुलिस ने सतीश राय और प्रमोद मिश्रा नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब ये दोनों रामगढ़ के बाजार में नकली नोट चलाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों के पास से 500 रुपये के नकली नोटों की एक बड़ी संख्या मिली है, जिनकी कुल कीमत लगभग 30,000 रुपये है।
इसके अतिरिक्त, जब इनकी तलाशी ली गई तो इनके पास से एक लैपटॉप, प्रिंटर, एक ऑल्टो कार और बड़ी मात्रा में स्टांप पेपर बरामद किए गए, जिनका इस्तेमाल ये नकली नोट छापने में कर रहे थे।
जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी स्टांप पेपर पर 500 रुपये के नोट की नकली प्रतियां तैयार करते थे। ये स्टांप पेपर मिर्जापुर से खरीदे जाते थे, और इन्हीं पर नोट छापकर उन्हें असली नोटों के रूप में बाजार में चलाने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस को जानकारी मिली कि सभी नकली नोटों का सीरियल नंबर एक ही था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि इन नोटों की छपाई एक ही जगह पर की गई थी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कालू सिंह ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि यह गोरखधंधा सोनभद्र और आसपास के इलाकों में काफी समय से चल रहा था। इन लोगों ने नकली नोट चलाने के लिए खास तरीके से योजना बनाई थी ताकि वे ध्यान से बच सकें। लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है और अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस गिरोह के और भी सदस्य हैं या ये नकली नोट और दूसरे बाजारों में भी भेजे गए हैं। पुलिस का मानना है कि आरोपियों के पास नकली नोट छापने का काफी उन्नत उपकरण था, जिससे यह संकेत मिलता है कि इनके पास नकली नोटों को असली जैसा दिखाने की पूरी तकनीक और कौशल था।
इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों में भय और चिंता का माहौल है क्योंकि नकली नोटों की पहचान करना मुश्किल होता है, और इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हो सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे 500 रुपये के नोटों की पहचान पर विशेष ध्यान दें और यदि कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने इस मामले को संगठित अपराध की श्रेणी में रखा है और अन्य जिलों की पुलिस को भी सतर्क कर दिया गया है ताकि नकली नोटों का यह जाल और ज्यादा न फैल सके।