अमित शाह और राहुल गांधी के भाषणों पर बीजेपी और कांग्रेस को नोटिस

अमित शाह और राहुल गांधी के भाषणों पर बीजेपी और कांग्रेस को नोटिस

चुनाव आयोग ने आज बीजेपी और कांग्रेस को नोटिस जारी करते हुए दोनों पार्टियों के अध्यक्षों से जवाब मांगा है। इन दोनों राष्ट्रीय विरोधी राजनीतिक दलों को उनके स्टार प्रचारकों, गृहमंत्री अमित शाह और राहुल गांधी, के भाषणों पर जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है। चुनाव आयोग का कहना है कि उनके बयानों से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होता है। बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा गया है कि वे सोमवार दोपहर एक बजे तक अपना जवाब दाखिल करें। यह नोटिस उस समय जारी हुआ है जब बुधवार को महाराष्ट्र और झारखंड (दूसरे चरण) में मतदान होने वाला है।

बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस नेता ने महाराष्ट्र के एक भाषण के दौरान देश के अन्य राज्यों पर महाराष्ट्र के अवसरों को छीनने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने अपनी शिकायत में कहा कि राहुल गांधी अपने भाषणों से महाराष्ट्र के युवाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, जो देश की सुरक्षा और एकता के लिए खतरनाक है।

बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी के भाषण, उनकी आदत के मुताबिक, झूठ पर आधारित थे और उनका उद्देश्य देश के विभिन्न राज्यों के बीच मतभेदों को बढ़ावा देना था। शिकायत में कहा गया कि राहुल गांधी ने अपने गुमराह करने वाले भाषण के जरिए महाराष्ट्र और गुजरात समेत अन्य राज्यों के लोगों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की।

दूसरी ओर, कांग्रेस ने अपनी शिकायत में गृहमंत्री अमित शाह पर झूठे, विभाजनकारी और स्वार्थपूर्ण बयान देने का आरोप लगाया। कांग्रेस का कहना है कि अमित शाह ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं। पार्टी का आरोप है कि अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के खिलाफ है और देश में आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है।

कांग्रेस ने दावा किया कि बीजेपी की चुनावी रणनीति इसी तरह के भ्रामक बयानों पर आधारित है। अमित शाह ने कांग्रेस पर पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। कांग्रेस का कहना है कि अमित शाह के आरोप धर्म और जाति के आधार पर मतदाताओं को उकसाने के लिए दिए गए थे ताकि अपने वोट बैंक को मजबूत किया जा सके।

चुनाव आयोग ने इन शिकायतों पर दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा और इसी दिन झारखंड में भी दूसरे चरण का मतदान होगा। चुनाव के परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

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