पेगासस स्पाईवेयर द्वारा 40 से अधिक पत्रकारों की जासूसी, पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें

पेगासस स्पाईवेयर द्वारा 40 से अधिक पत्रकारों की जासूसी, पूरा मामला जानने के लिए पढ़ें

देश के चर्चित लोगों के फ़ोन की कथित जासूसी से जुड़ी रिपोर्ट सामने आ गई है, इसे लेकर बीते कुछ समय से सोशल मीडिया पर चर्चा भी चल रही थी, इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया भर में सैकड़ों पत्रकारों और दूसरे चर्चित लोगों के फ़ोन टैप किए गए हैं, इनमें भारत के कई लोग शामिल हैं।

रिपोर्ट आने के पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इसे लेकर ट्वीट किया था, उन्होंने लिखा था कि इस तरह की अफ़वाह है कि वॉशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्डियन एक रिपोर्ट छापने जा रहे हैं, जिसमें इस्राइल की फ़र्म पेगासस को मोदी कैबिनेट के मंत्री, आरएसएस के नेता, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश और पत्रकारों के फ़ोन टैप करने के लिए हायर किए जाने का भंडाफोड़ होगा।

इस पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह समेत कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी थी, दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा था कि उम्मीद करता हूं कि रिपोर्ट छापने वाले मोदी शाह के दबाव में नहीं आएंगे,

दिग्विजय सिंह ने साल 2019 में पेगासस से जुड़ा मामला राज्यसभा में उठाया था, उन्होंने अपने ट्वीट में इसका भी ज़िक्र किया।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पेगासस सॉफ़्टवेयर मामले को लेकर सरकार पर तंज़ कसा है, राहुल ने कहा कि, हम जानते हैं कि वो हमारे फोन में क्या पढ़ रहे हैं।

दरअसल, बीते दिन द गार्जियन और वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि दुनिया की कई सरकारें एक ख़ास पेगासस नाम के सॉफ्टवेयर के जरिए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, बड़े वकीलों समेत कई बड़ी हस्तियों की जासूसी करवा रही हैं, जिसमें भारत भी शामिल है, वहीं भारत सरकार ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है।

राहुल गांधी ने इस पूरे मामले को लेकर ट्वीट किया और सरकार को घेरते हुए कहा कि हम जानते हैं कि वो हमारे फ़ोन में क्या पढ़ रहे हैं, राहुल ने बिना ज़्यादा कुछ कहे अपना वार सरकार पर कर दिया।

दावे के मुताबिक़ देश में 40 से अधिक पत्रकार समेत कई अन्य लोगों की हुई जासूसी
जानकारी के लिए बता दें, द गार्जियन और वॉशिंगटन पोस्ट के दावे के मुताबिक़ देश में 40 से अधिक पत्रकार, तीन प्रमुख विपक्षी नेताओं, एक संवैधानिक प्राधिकारी, नरेंद्र मोदी सरकार में दो पदासीन मंत्री, सुरक्षा संगठनों के वर्तमान और पूर्व प्रमुख एवं अधिकारी और बड़ी संख्या में कारोबारियों की जासूसी की गई, भारत सरकार की ओर से इन सभी आरोपों को ग़लत ठहराया गया और कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र की छवि को ख़राब करने की कोशिश है।

गार्जियन ने क्या आरोप लगाए हैं?
गार्जियन अख़बार के मुताबिक़ जासूसी का यह सॉफ़्टवेयर इस्राइल की सर्विलेंस कंपनी NSO ने देशों की सरकारों को बेचा गया है, गार्जियन अख़बार के ख़ुलासे के मुताबिक़ इस सॉफ़्टवेयर द्वारा 50 हज़ार से अधिक लोगों की जासूसी की जा रही है।

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