‘मोदी सरकार महंगाई पर काबू पाने में नाकाम: पिनाराई विजयन
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने दावा किया कि केरल ने ‘प्रभावी बाजार हस्तक्षेप’ के साथ मुद्रास्फीति को नियंत्रित किया है और परिणामस्वरूप केरल में वस्तु मूल्य मुद्रास्फीति राष्ट्रीय औसत से कम है। इस बीच, पिनराई विजयन ने केंद्र पर बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया है।
दरअसल,मुख्यमंत्री विजयन केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में केरल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम(एसपीएलआईसीओ) द्वारा पुथारैकंदम मैदान में ओणम मेलों के राज्यव्यापी नेटवर्क का उद्घाटन कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने दावा किया कि केरल एक उपभोक्ता राज्य है और राज्य सरकार के प्रयासों के कारण चीज़ों की कीमतों में वृद्धि राष्ट्रीय औसत से कम है।
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री विजयन ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार ने लोगों पर महंगाई का बोझ डाला और फिर आंखें मूंद लीं, जबकि केरल में अन्य राज्यों की तुलना में महंगाई दर सबसे कम है। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार के प्रभावी बाजार हस्तक्षेप के कारण केरल देश में सबसे कम मुद्रास्फीति दरों में से एक है। हम एक उपभोक्ता राज्य हैं, इसलिए कीमतों में बढ़ोतरी आम तौर पर हमारे राज्य में भी दिखाई देनी चाहिए। लेकिन सभी डेटा से पता चलता है हम मुद्रास्फीति दर को राष्ट्रीय औसत से काफी नीचे रखने में सक्षम है।
पिनाराई विजयन का कहना है कि 2016 से केरल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड (SPLICO) स्टोर्स में 13 आवश्यक वस्तुओं की कीमतें अपनी जगह पर बरक़रार रखी गई हैं। विशेष रूप से, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार, केरल ने जुलाई 2023 में देश में सबसे कम साल-दर-साल मुद्रास्फीति दर दर्ज की। केरल में यह दर 6.43 फीसदी है जबकि राष्ट्रीय औसत 7.44 फीसदी दर्ज किया गया है।
बड़े राज्यों में केवल ओडिशा, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और आसन ही केरल से आगे हैं। अन्य सभी चार दक्षिणी राज्यों में जुलाई में मुद्रास्फीति की दर सबसे अधिक देखी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 से, केरल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड (एसपीएलआईसीओ) स्टोरों में 13 आवश्यक वस्तुओं की कीमतें अपनी जगह पर बरक़रार रखी गई हैं।